एवमेतद्यथात्थ त्वमात्मानं परमेश्वर।
द्रष्टुमिच्छामि ते रूपमैश्वरं पुरुषोत्तम।।11.3।।
।।11.3।।हे पुरुषोत्तम आप अपनेआपको जैसा कहते हैं? यह वास्तवमें ऐसा ही है। हे परमेश्वर आपके ईश्वरसम्बन्धी रूपको मैं देखना चाहता हूँ।
।।11.3।। हे परमेश्वर आप अपने को जैसा कहते हो? यह ठीक ऐसा ही है। (परन्तु) हे पुरुषोत्तम मैं आपके ईश्वरीय रूप को प्रत्यक्ष देखना चाहता हूँ।।