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प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
मैं बालक तू माता, शेरां वालीये,
है अटूट यह नाता, शेरां वालीये
मीरा दीवानी हो गयी रे, मीरा दीवानी हो
मीरा मस्तानी हो गयी रे, मीरा मस्तानी
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
यूँ बजाओ ना मुरली की तान रे, तान ले लेगी
कहीं छूट ना जाए, मेरे दिल की कमान रे ।
श्याम आया रे घनश्याम आया रे...
झुला झुलो री राधा रानी झुलाने तेरा
तेरा जनम मरण मिट जाए,
तू हरी का नाम सुमिर प्यारे ।
ऐसो कौ उदार जग माहीं ।
बिनु सेवा जो द्रवे दीन पर, राम सरस कोउ
हम गरीबों के श्याम तुम सहारे रहो ।
हम तुम्हारे रहें तुम हमारे रहो ॥
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
हम भी चले आये हैं कान्हा तेरे गाँव में
तु रखना लेने मुझको चरणों की छाँव में
देखते रह जाओगे देखते रह जाओगे
आओगे कुटिया में मेरी कुटिया में ही रह
ਰਤਨੋ ਮਾਂ ਤੂੰ ਕੀਤੀਆਂ ਗੱਲਾਂ ਖੋਟੀਆਂ
ਬਾਰਾ ਸਾਲਾਂ ਦੀਆ ਆਲੇ ਲੱਸੀ-ਰੋਟੀਆਂ
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
मेरे प्रीतम प्यारे तेरी पल पल याद सताए
पल पल याद सताए तेरी तुम बिन रहा ना जाए
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
दोहा :
भकत बड़े बलवान तुम्ही हो, सालासर
म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ, बरसाओ,
आओ जी गजानन आओ ।
मन मैला और तन को धोए,
फूल को चाहे,कांटे बोये...कांटे बोये ।
साईं की नगरिया जाना है रे बन्दे..जाना
जग नाही अपना,बेगाना है रे बन्दे...
देना हो तो झुंझनवाली दे इतना वरदान
अंत समय मेरी जुबां से निकले तेरा नाम
तनधन बाबा के सागे आज्यो माँ नारायणी
कद स्यूं टाबरिया थारी बाट निहारे है
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
ਦੁੱਦਾਧਾਰੀਆ ਧੂਣਾ ਲਗਾਇਆ ਪਿਪਲਾਂ ਹੇਠ
ਪੌਣਾਹਾਰੀਆ ਧੂਣਾ ਲਗਾਇਆ ਪਿਪਲਾਂ ਹੇਠ
मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे
हे पावन परमेश्वर मेरे,मन ही मन शरमाऊँ
दर दिवार दर्पण भयो,
जित देखू तित तोय ।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
मेरे बस में तो बस उनकी आराधना
बाकी बातें पवनसुत को है सोचना
सागर से भी गहरा बन्दे गुरु देव का
देख लगाकर गोता इसमें तेरा बेडा पार है,
राम को देख कर के जनक नंदिनी,
बाग़ में वो खड़ी की खड़ी रह गयी ।
दर ते अवांगे तेरे सालो साल नी माए ।
पूरे करदे तू मेरे वी सवाल नी माए ॥
कबीरा जब हम पैदा हुए,
जग हँसे,हम रोये ।
कबीरा सोया क्या करे ? बैठा रहू अरु जाग
जिनके संग ते बिछलों वाही ते संग लाग
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
ਬਾਰੀ ਬਰਸੀ ਖਟਨ ਗਿਆ ਸੀ, ਖਟ ਕੇ ਲਿਆਂਦਾ ਧੇਲਾ
ਚੇਤ ਮਹੀਨੇ ਲਗਿਆ ਹੈ ਬਾਬੇ ਦੇ ਦਰ ਤੇ ਮੇਲਾ
तन तम्बूरा,तार मन
अद्भुत है ये साज
मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई
जाके सर मोर-मुकुट, मेरो पति सोई
बाला मैं बैरागन हूंगी - २
जिन भेषा मेरो साहब रीझे
राजीव लोचन राम आज अपने घर आए ।
कण कण पुलकित, पुरजन हर्षित,
जहाँ डाल डाल पर सोने की चिड़िया करती
मत कर मोह तू, हरि भजन को मान रे तू ।
हरि भजन को मान रे तू...
नहीं चलाओ बाण व्यंग के ऐह विभीषण
ताना ना सेह पाऊं, क्यों तोड़ी है यह
सावरे बिन तुम्हारे गुजारा नहीं
तेरे सिवा कोई हमारा नहीं
लहर लहर लहराए चुनरिया मैया की ।
भक्तो के मन भाए, चुनरिया मैया की ।
ਮੇਲਾ ਮੇਲਾ ਮੇਲਾ ਬਾਬਾ ਬਾਲਕ ਨਾਥ ਦਾ ਮੇਲਾ
ਭਗਤਾਂ ਦਾ ਰਖਵਾਲਾ ਬਾਬਾ ਮਸਤ ਮਲੰਗ ਅਲਬੇਲਾ
बूहे भावें मन्दिराँ दे खोल या ना खोल,
अस्सी कुण्डा खड़कायी जाना ए ।
गुरु बिन कौन बतावे बाट
बड़ा विकिट यम घाट
जादूगर पे जादू डारा हमारी राधा रानी ने
राधा रानी ने, राधा रानी ने
विच्च पहाड़ां गुफा दे अन्दर, मन्दिर एक
बारो महीने खुलेया रेह्न्दा, ना बुहा ना
शिव है शक्ति, शिव है भक्ति, शिव है
शिव है ब्रह्मा, शिव है विष्णु, शिव है
सुबह शाम आठो याम यहीं नाम लिए जा
खुश होंगे हनुमान राम राम किए जा
दीवाना हूँ तेरा कहना, दीवाना हूँ तेरा
मुझे जयादा ना तड़पना,
ओ गिरिधर, ओ काहना, ओ ग्वाला, नंदलाला,
मेरे मोहन, मेरे काहना, तू आ ना, तरसा ना ।
दीवानी बन जाउंगी, मस्तानी बन जाउंगी
ਰਤਨੋ ਮਾਂ, ਕੇਹੜਾ ਓ ਗੋਆਲ ਤੇਰੀਆਂ ਗਉਆਂ
ਗੋਰਖ ਜੀ, ਓ ਬਾਬਾ ਬਲਾਕ ਨਾਥ ਮੇਰੀਆਂ ਗਉਆਂ
भेजा है बुलावा, तूने शेरा वालिए
ओ मैया तेरे दरबार, में हां तेरे दीदार
आई भवानी तुझ्या कृपेने तारसी भक्ताला
अगाध महिमा तुझी माऊली वारी संकटाला
जय नंदनँदन सुखधाम हरे,
गोपी जन वल्लभ श्याम हरे ।
इक दिन काहना शोर मचाये, पेट पकड़
अरे क्या हो गया है, अरे क्या हो गया है
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
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