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कीर्तन की है रात बाबा आज ठाणे आणो है ।
थारे कोल निभानु हे
मंगल मूर्ति हे गणराय-गणपति बाप्पा
माता पार्वती पिता महादेव -गणपति
ना मैं सोहनी, ना गुण पल्ले, ना कोई सोहना
घर देयां आवें भूल भुलेखे मेरा
मैं ता श्याम मनाना नी चाहे लोग बोलिया
मैं ता बाज नहीं आना नी, चाहे लोग
ਸ਼ਰਧਾ ਹੋਵੇ ਦਿੱਲ ਵਿੱਚ ਤਾਂ ਮਨਜ਼ੂਰੀਆਂ
ਮੇਰੀ ਮਾਂ ਦੇ ਦਰ ਤੇ ਸਭ ਦੀਆਂ ਆਸਾਂ ਪੂਰੀਆਂ
मुरली बजाने वाले, गिरिवर उठाने वाले,
मैं दास हूँ तुम्हारा, मैं दास हूँ
पापी के मुख से राम कोणी निकले ,
केशर ढुल गई गारे में ।
जय रामदेव अवतारी, लीले घोड़े वाली
अजमल घर अवतारी, जय हो जय हो म्हारा बाबा
महल चौबारे तेरे साथ नहीं जायेंगे।
अपने पराये तेरे साथ नहीं जायेंगे।
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
डूबतो को बचा लेने वाले,
मेरी नैया है तेरे हवाले ।
कर चले हम फ़िदा जान-ओ-तन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों]३
आओ कन्हैया, आओ मुरारी,
तेरे दर पे आया सुदामा भिखारी ॥
चोसठ जोगिनी रे देवी रे देवळिये रमजाय
घूमर घालनी रे देवी रे देवळिये रमजाय
मेरे कान्हा आ जाओ ना
अंखिया नीर बहाए, तुम बिन रह नहीं पाए
जय जय माँ...
जय जय माँ...
एक भक्त की भक्ति ने देखो, पृथ्वी पर
भगवान वो ही करते हैं यहाँ, जो मन में
आयी शरद पूनम की रात
मधुबन में आज रच्यो महारास
ल्याया थारी चुनरी , करियो माँ स्वीकार,
इमें साँचा साँचा हीरा और मोतियों की
कमलाकांत प्रभु कमलनयन स्वामी,
घट घट वासी अंतर्यामी ।
मेरे राम श्रीराम कुटिया में कब
बूढी भिलनी कोे प्रभु कब उधारेंगे ।
ना देना चाहे कुबेर का धन,
मगर सलीका सहूर देना।
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
वन्दे मातरम !!
वन्दे मातरम !!
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
पासे सभी उलट गए दुश्मन की चाल के
अक्षर सभी पलट गए भारत के भाल के
जय जय नारायण नारायण हरि हरि,
स्वामी नारायण नारायण हरि हरि।
आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झाँकी
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है
हर हर गंगे,
हर हर गंगे हर हर गंगे
दादी दादी बोल रे मन दादी दादी बोल - २
आँखों के पट बंद कर - २ , मन के दरवाजे खोल,
तुला खंदयावार घेईन
तुला पलखित मीर्विन
जबसे तेरी मेरी मुलाकात हो गयी,
सारे कहते है की करामात हो गयी ।
पकड़ लो हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे
हमारा कुछ न बिगड़ेगा, तुम्हारी लाज
बड़े बलि महान बलि वीर वर बलि-२
डंका तुम्हारे नाम का बजता गली-गली॥
संत का सत्कार होना चाहिए,
देव सा व्यवहार होना चाहिऐ ।।
मोरछड़ी लहरार्इ रे, रसिया ओ सांवरा
तेरी बहुत बड़ी सकलार्इ रे। ओ सांवरा
ॐ नमो नारायणाय, ॐ नमो नारायणाय, ॐ नमो
नारायण श्री नारायण, भज ले रे मन
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
जयसियाराम जय जय सियाराम , जयसियाराम जय
जयसियाराम जयसियाराम, जयसियाराम जय जय
रुनझुन बाजे घुँगरा, घोड़लिया रा बाजे
लीले री असवारी आवे, आवे रामापीर जी...
गोकुल की हर गली में, मथुरा की हर गली में
कान्हा को ढूंढता हूँ, दुनियाँ की हर
छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी
नए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानी
भारत हमको जान से प्यारा है
सबसे न्यारा गुलिस्ताँ हमारा है
लंदन देखा
पैरिस देखा
ए मईया थारे से अरज लगाईं ,शाकम्भरी ए
बिगड़ी बनादे म्हारी मावड़ी , नईया पार
माँ भंवरावाली के हम आँचल में पले हैं - २
हम गोरियावाली जीण माँ के लाडले है - २
ढुँढू मैं तुझको क्यूँ भला
पल-पल का साथी तू मेरा सांवरा , मेरी
मैं कहता डंके की चोट पर, ध्यान से सुनेओ
अपना हरी है हजार हाथ वाला।
थाली भरकर ल्याइै रै खीचड़ौ, उपर घी की
जीमो म्हारो श्याम धणी, जिमावै बेटी जाट
जय राधे राधे राधे
जय गिरधर गोपाला
हर तरफ, हर जगह, हर कही पे है,
हा.. उसी का रूप...
उठ कै देइ ए बरोड़ गुजरी ,
ए वेला तेरे हथ नहीं आउना ,
मुरली फुटरी बजाई रे नंदलला
नंद जी के लाला मैं फेरू थारी माला
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
दिल ले लिया है मेरा वो नंद के दुलारे ।
पनिया भरन गई मैं जमुना नदी किनारे ॥
भावें दुःख दे,भावें सुख दे,
मैनु दोवेई गल्ला तेरिया चंगिया ।
नंदलाल गोपाल दया करके, रख चाकर अपने
धन दौलत और किसी को दे, बस देदे अपना
इक बार तो राधा बनकर देखो मेरे
राधा यूं रो रो कहे....
मेला लगया भोले दा, चलो पिंड चहिलां नूं
जिथे रहमत वरस रई, भोले दा द्वारा मलिए
दर-दर भटकदयां नूं सानूं चरणां दे नाल
भोले बाबा ने सानू वी मस्त बणा लया
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