Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

आउ तेरे दर करू दर्शन मैं खोल दे तू ताला श्याम मंदिर का

सुनो मिलने को तुम से मैं हु बेकरार ,
श्याम करदो खत्म अब ये इन्तजार,
जन्मो से भूखा हु मैं तेरे प्यार का,
अब तो निकाल दो न कोई  रास्ता
आउ तेरे दर करू दर्शन मैं खोल दे तू ताला श्याम मंदिर का

आँखों में नजारे घूमे तेरे खाटू धाम के ,
कानो में जैकारे गूंजे श्याम तेरे नाम के,
होती न सेहन अब ये दूरियां अब तेरे बिन दिल नहियो लगदा,
आउ तेरे दर करू दर्शन मैं खोल दे तू ताला श्याम मंदिर का

आये जब गिरास तेरी याद सताती है,
बाते खाटू धाम की मुझे तड़फती है,
भजनो की धुन भगतो की भीड़ भाड़,
सपना तू पूरा करदे अखियां का,
आउ तेरे दर करू दर्शन मैं खोल दे तू ताला श्याम मंदिर का

करदो उपाए हल इस का निकालो तुम,
व्याकुल मन वनवारे को सँवारे संभालो तुम,
कुंदन अकेला ये अर्ज करे,
ढाया बोले सँवारे हटा दो पर्दा
आउ तेरे दर करू दर्शन मैं खोल दे तू ताला श्याम मंदिर का



aau tere dar karu darshan main khol de tu taala shyam darshan ka

suno milane ko tum se mainhu bekaraar ,
shyaam karado khatm ab ye intajaar,
janmo se bhookha hu maintere pyaar ka,
ab to nikaal do n koi  raastaa
aau tere dar karoo darshan mainkhol de too taala shyaam mandir kaa


aankhon me najaare ghoome tere khatu dhaam ke ,
kaano me jaikaare goonje shyaam tere naam ke,
hoti n sehan ab ye dooriyaan ab tere bin dil nahiyo lagada,
aau tere dar karoo darshan mainkhol de too taala shyaam mandir kaa

aaye jab giraas teri yaad sataati hai,
baate khatu dhaam ki mujhe tadphati hai,
bhajano ki dhun bhagato ki bheed bhaad,
sapana too poora karade akhiyaan ka,
aau tere dar karoo darshan mainkhol de too taala shyaam mandir kaa

karado upaae hal is ka nikaalo tum,
vyaakul man vanavaare ko sanvaare sanbhaalo tum,
kundan akela ye arj kare,
dhaaya bole sanvaare hata do pardaa
aau tere dar karoo darshan mainkhol de too taala shyaam mandir kaa

suno milane ko tum se mainhu bekaraar ,
shyaam karado khatm ab ye intajaar,
janmo se bhookha hu maintere pyaar ka,
ab to nikaal do n koi  raastaa
aau tere dar karoo darshan mainkhol de too taala shyaam mandir kaa




aau tere dar karu darshan main khol de tu taala shyam darshan ka Lyrics





Bhajan Lyrics View All

श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण

New Bhajan Lyrics View All

गुरु पूजा ते असी सतगुरु नू बुलाया ऐ,
सोणा सोणा दर्शन अज असी ते पाया ऐ,
यह साधना की माटी है यह सर्जना की धरती
संघर्ष शहादत की महान मूर्ति है,
राम का दरबार, मन की शांति का द्वार,
ॐ शन्ति, मन की शान्ति, तन की शान्ति,
दिल का दरवाजा खुला हुआ,
हमारे दिल में आओ प्रभु,
राधे रानी ओढ़ चुनरिया लाल ब्रिज में तू
तू ही तू दिखे ब्रिज में तू ही तू चमके,