हमें और जीने की चाहत न होती अगर तुम न होते, अगर तुम न होते हमें और जीने की चाहत न होती अगर तुम न होते, अगर तुम न होते तुम्हें देखके तो लगता है ऐसे बहारों का मौसम आया हो जैसे दिखाई न देती अंधेरों में ज्योती अगर तुम न होते... हमें जो तुम्हारा सहारा न मिलता भंवर में ही रहते किनारा न मिलता किनारे पे भी तो लहर आ डुबोती अगर तुम न होते... तुम्हें क्या बताऊं के तुम मेरे क्या हो मेरी ज़िंदगी का तुम ही आसरा हो इन आँखों के आँसू, न कहलाते मोती अगर तुम न होते... हर इक ग़म तुम्हारा सहेंगे खुशी से करेंगे न शिकवा कभी भी किसी से जहां मुझपे हंसता, खुशी मुझपे रोती अगर तुम न होते.. हमें और जीने की चाहत न होती अगर तुम न होते, अगर तुम न होते agar tum naa hote hume jeene ki chhar na hoti hame aur jeene ki chaahat n hotee agar tum n hote, agar tum n hote tumhen dekhake to lagata hai aise bahaaron ka mausam aaya ho jaise dikhaai n deti andheron me jyotee agar tum n hote... hame jo tumhaara sahaara n milataa bhanvar me hi rahate kinaara n milataa kinaare pe bhi to lahar a dubotee agar tum n hote... tumhen kya bataaoon ke tum mere kya ho meri zindagi ka tum hi aasara ho in aankhon ke aansoo, n kahalaate motee agar tum n hote... har ik gam tumhaara sahenge khushi se karenge n shikava kbhi bhi kisi se jahaan mujhape hansata, khushi mujhape rotee agar tum n hote.. hame aur jeene ki chaahat n hotee agar tum n hote, agar tum n hote hame aur jeene ki chaahat n hotee agar tum n hote, agar tum n hote SOURCE: http://www.yugalsarkar.com/lyrics/agar-tum-naa-hote-hume-jeene-ki-chhar-na-hoti-Lyrics