Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

चलो निशान लेके श्याम जी के

चलो निशान लेके श्याम जी के द्वार पे
फागण आया रंग रंगीला हो रही जय जयकार
देखो श्याम जी के द्वार पे
चलो निशान लेके श्याम जी के द्वार पे

फागणिये में श्याम जी का मेला लगे भारी
चढ़ावे निशान लेके आवे नर और नारी
भक्तो की लंबी लंबी लगी है कतार
देखो श्याम जी के द्वार पे
चलो निशान लेके श्याम जी के द्वार पे

मुम्बई से आवे कोई कलकत्ता से आवे
दिल्ली हरियाणा भी निशान चढ़ावे
यू . पी पंजाब आवे आता है बिहार
देखो श्याम जी के द्वार पे
चलो निशान लेके श्याम जी के द्वार पे

आवे गुजरात और आवे राजस्थान भी
चंग बजावे गावे नए नए गान भी
ऊपर नाचते है भक्त अपार
देखो श्याम जी के द्वार पे
चलो निशान लेके श्याम जी के द्वार पे

ढोल नगाड़ा बाजे ढप की है ताल जी
मस्ती सी छावे सुने है धमाल भी
कहे भूलन त्यागी करे सावरा उधार
देखो श्याम जी के द्वार पे
चलो निशान लेके श्याम जी के द्वार पे



chalo nishan leke shyam ji ke

chalo nishaan leke shyaam ji ke dvaar pe
phaagan aaya rang rangeela ho rahi jay jayakaar
dekho shyaam ji ke dvaar pe
chalo nishaan leke shyaam ji ke dvaar pe


phaaganiye me shyaam ji ka mela lage bhaaree
chadahaave nishaan leke aave nar aur naaree
bhakto ki lanbi lanbi lagi hai kataar
dekho shyaam ji ke dvaar pe
chalo nishaan leke shyaam ji ke dvaar pe

mumbi se aave koi kalakatta se aave
dilli hariyaana bhi nishaan chadahaave
yoo . pi panjaab aave aata hai bihaar
dekho shyaam ji ke dvaar pe
chalo nishaan leke shyaam ji ke dvaar pe

aave gujaraat aur aave raajasthaan bhee
chang bajaave gaave ne ne gaan bhee
oopar naachate hai bhakt apaar
dekho shyaam ji ke dvaar pe
chalo nishaan leke shyaam ji ke dvaar pe

dhol nagaada baaje dhap ki hai taal jee
masti si chhaave sune hai dhamaal bhee
kahe bhoolan tyaagi kare saavara udhaar
dekho shyaam ji ke dvaar pe
chalo nishaan leke shyaam ji ke dvaar pe

chalo nishaan leke shyaam ji ke dvaar pe
phaagan aaya rang rangeela ho rahi jay jayakaar
dekho shyaam ji ke dvaar pe
chalo nishaan leke shyaam ji ke dvaar pe




chalo nishan leke shyam ji ke Lyrics





Bhajan Lyrics View All

बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
Ye Saare Khel Tumhare Hai Jag
Kahta Khel Naseebo Ka
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने

New Bhajan Lyrics View All

कीर्तन में, कीर्तन में,
कीर्तन में सांवरिया आयो है,
गोकुला में बाजे बधईया नंद जी मगन भेला
ललना रे यशोदा जी गोदिया खेलाबै,
चुनरियाँ... चुनरियाँ अनमोल,
तेरी माँ चुनरियाँ,
उलझन में भी ओ बाबा संतोष कर रहे हैं,
तेरा हाथ पीठ पर हम महसूस कर रहे हैं,
गरुड़ के रथ पे बैठकर मेरे घर आए श्री
बहन कुछ समझ ना पाई सासुल को लाई रे