जिन्हा दे सिर उत्ते हाथ गुरा दा, उन्हा नु काहदा डर वे लोको, जिन्हा दे सिर उत्ते हाथ गुरा दा, उन्हा नु काहदा डर वे लोको, गुरा दे द्वारे आके मांगणो ना संगिये, उन्हा दे कोलो बस नाम ही मांगिये, जिन्हा दे वन गये ने सतगुरु मालिक, उन्हा नु......... दुःख आवे सुख आवे हस के गुजारिये, हर वेले दाता दा शुकर गुजारिये, जिन्हा दे पल्ले सिद्क़े दी पूंजी उन्हा नु........ इस झूठे जग कोलो पल्ला छुड़ा लाईये, सतगुरु प्यारे नु अपनी  बाहा फडा लाईये, जिन्हा ने सत्गुरा ते सुटियाँ डोरा, उन्हा नु....... jihna de ser ute hath gura da uhna nu kahada dar ve loko jinha de sir utte haath gura da, unha nu kaahada dar ve loko gura de dvaare aake maangano na sangiye, unha de kolo bas naam hi maangiye, jinha de van gaye ne sataguru maalik, unha nu... duhkh aave sukh aave has ke gujaariye, har vele daata da shukar gujaariye, jinha de palle sidke di poonjee unha nu... is jhoothe jag kolo palla chhuda laaeeye, sataguru pyaare nu apani  baaha phada laaeeye, jinha ne satgura te sutiyaan dora, unha nu... jinha de sir utte haath gura da, unha nu kaahada dar ve loko SOURCE: http://www.yugalsarkar.com/lyrics/jihna-de-ser-ute-hath-gura-da-uhna-nu-kahada-dar-ve-loko-Lyrics