Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

खाटू का फागण त्यौहार जिसने देखा

खाटू का फागण त्यौहार जिसने देखा पहली बार
श्याम धनी का वो दरबार जिसने देखा पहली बार
श्याम दीवाना हो गया वो श्याम दीवाना हो गया

रींगस से खाटू नगरी तक श्याम ध्वजा लहराए
जगह जगह से भक्त अनोखे दर्शन खातर आये
खाटू का वो तोरण दवा जिसने पार किया एक बार
श्याम दीवाना हो गया वो श्याम दीवाना हो गया

खाटू मंदिर के बहार वो प्रेमियों की टोली
चंग बजाये रंग उड़ाए और मचाये होली
दर्शन की वो लम्बी कतार जिसने देखी पहली बार
श्याम दीवाना हो गया वो श्याम दीवाना हो गया

मकराने की कोठी अंदर मुखड़ा सोना सोना
धरती से अम्बर तक न कोई ऐसा रूप सलोना
बागा संग नौ लक्खा हार जिनसे देखा वो श्रृंगार
श्याम दीवाना हो गया वो श्याम दीवाना हो गया

खाटू जैसा धाम बताओ किसने और कहाँ देखा
शिवम् ये जन्नत का नज़ारा ना देखा तो क्या देखा
नम्रता से श्याम का द्वार जिसने कर लिया है स्वीकार
श्याम दीवाना हो गया वो श्याम दीवाना हो गया



khatu ka fagun tyohaar jisne dekha

khatu ka phaagan tyauhaar jisane dekha pahali baar
shyaam dhani ka vo darabaar jisane dekha pahali baar
shyaam deevaana ho gaya vo shyaam deevaana ho gayaa


reengas se khatu nagari tak shyaam dhavaja laharaae
jagah jagah se bhakt anokhe darshan khaatar aaye
khatu ka vo toran dava jisane paar kiya ek baar
shyaam deevaana ho gaya vo shyaam deevaana ho gayaa

khatu mandir ke bahaar vo premiyon ki tolee
chang bajaaye rang udaae aur mchaaye holee
darshan ki vo lambi kataar jisane dekhi pahali baar
shyaam deevaana ho gaya vo shyaam deevaana ho gayaa

makaraane ki kothi andar mukhada sona sonaa
dharati se ambar tak n koi aisa roop salonaa
baaga sang nau lakkha haar jinase dekha vo shrrangaar
shyaam deevaana ho gaya vo shyaam deevaana ho gayaa

khatu jaisa dhaam bataao kisane aur kahaan dekhaa
shivam ye jannat ka nazaara na dekha to kya dekhaa
namrata se shyaam ka dvaar jisane kar liya hai sveekaar
shyaam deevaana ho gaya vo shyaam deevaana ho gayaa

khatu ka phaagan tyauhaar jisane dekha pahali baar
shyaam dhani ka vo darabaar jisane dekha pahali baar
shyaam deevaana ho gaya vo shyaam deevaana ho gayaa




khatu ka fagun tyohaar jisne dekha Lyrics





Bhajan Lyrics View All

राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
श्याम बुलाये राधा नहीं आये,
आजा मेरी प्यारी राधे बागो में झूला
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
कोई कहे गोविंदा, कोई गोपाला।
मैं तो कहुँ सांवरिया बाँसुरिया वाला॥
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
रसिया को नार बनावो री रसिया को
रसिया को नार बनावो री रसिया को
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया

New Bhajan Lyrics View All

या देवी सर्वभूतेषु
शक्ति रूपेण संस्थिता
दो ही बोल है इस जीवन में,
सच्चे सीधे साधे,
महाकाल की कृपा से संसार चल रहा है,
महाकाल की मोहब्बत का असर देख रहा हूँ,
तू किसे अग्गे ना रोया कर,
हस हस के वक़्त लंगाई जा,
भोले तेरी माया अजब निराली है,
अजब निराली है,