Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

मनमोह लिया मेरा सतगुरु ने

मन मोह लिया मेरा सतगुरु ने किते दिल नु होर लगावा की,
ओह्दी महिमा तक तक जी न भरे किसे होर दी महिमा गावा की,
मन मोह लिया मेरा सतगुरु ने किते दिल नु होर लगावा की,

मेरे सतगुरु दीं दयाल बड़े ओह सुख दे मीह बरसौंदे ने,
सुन के विनती ओह भगता दी सब आके कष्ट मिटाउँदे ने,
इस दर से सब कुछ मिल जांदा किते होर मैं शीश झुकावा की,
मन मोह लिया मेरा सतगुरु ने किते दिल नु होर लगावा की,

मेरे गुरु दी किरपा जद हॉवे बज राज बहारा करदे ने,
कन्डेया नु हटाके राहा तो खैरा नाल झोलिया भर दे ने,
केवल एथे फुला वरसे किते झोली होर फैलावा की,
मन मोह लिया मेरा सतगुरु ने किते दिल नु होर लगावा की,

ऐहदी मेहरा ते चर्चे था था ते हर शेह विच नूर समाया है,
एह्दे वरगा कोई होर नहीं दुखिया नु सीने लाया है
केवल मेरी अखिया विच वसदे मैं दिल तो नाम भुलावा की,
मन मोह लिया मेरा सतगुरु ने किते दिल नु होर लगावा की,



man mo leya mera satguru ne

man moh liya mera sataguru ne kite dil nu hor lagaava ki,
ohadi mahima tak tak ji n bhare kise hor di mahima gaava ki,
man moh liya mera sataguru ne kite dil nu hor lagaava kee


mere sataguru deen dayaal bade oh sukh de meeh barasaunde ne,
sun ke vinati oh bhagata di sab aake kasht mitaaunde ne,
is dar se sab kuchh mil jaanda kite hor mainsheesh jhukaava ki,
man moh liya mera sataguru ne kite dil nu hor lagaava kee

mere guru di kirapa jad hve baj raaj bahaara karade ne,
kandeya nu hataake raaha to khaira naal jholiya bhar de ne,
keval ethe phula varase kite jholi hor phailaava ki,
man moh liya mera sataguru ne kite dil nu hor lagaava kee

aihadi mehara te charche tha tha te har sheh vich noor samaaya hai,
ehade varaga koi hor nahi dukhiya nu seene laaya hai
keval meri akhiya vich vasade maindil to naam bhulaava ki,
man moh liya mera sataguru ne kite dil nu hor lagaava kee

man moh liya mera sataguru ne kite dil nu hor lagaava ki,
ohadi mahima tak tak ji n bhare kise hor di mahima gaava ki,
man moh liya mera sataguru ne kite dil nu hor lagaava kee




man mo leya mera satguru ne Lyrics





Bhajan Lyrics View All

बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे,
होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हारना, शंकर संकट हारना
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
कोई कहे गोविंदा, कोई गोपाला।
मैं तो कहुँ सांवरिया बाँसुरिया वाला॥
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥

New Bhajan Lyrics View All

खाटू वाला खाटू वाला ओ लीले घोड़े वाला,
कदम कदम पर रक्षा करता, घर घर करे उजाला,
रंग रंगीला मेला, आया मेरे श्याम का,
जिसको देखो, उस पे चढ़ा है,
तेरी आरती गाऊं मैं सजाकर थाली,
विनती तू सुन ले जग दे वाली,
कंठ में आन बसो मैया मैं सुमिरु तेरा
चित्तू में ध्यान धरो मैया तेरी महिमा
तेरी मतलब की दुनिया से,
मैं हिम्मत हार बैठा हूँ,