Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

मंदिर से बाहर आजा माँ

मंदिर से बाहर आजा माँ तेरे भगत दरों से पुकार रहे,
तेरे नव रातो में मैया रो रो के हो बेहाल रहे,
मंदिर से बाहर आजा माँ तेरे भगत दरों से पुकार रहे,

तेरे नवराते चौंकिया देखि मिल कर ख़ुशी मनाते थे,
घर घर में ज्योत जगा के माँ घर घर जगराते होते थे,
हम रो कर तुझे बुलाते है महामारी के डर से हार रहे,
मंदिर से बाहर आजा माँ तेरे भगत दरों से पुकार रहे,

तूने बड़े बड़े रक्षक को माँ तिरशूल से मार गिराया था,
इस महामारी के दानव से हर भक्त तेरा गबराया माँ ,
इको भी जड़ से उखाड़ो माँ तेरी होती सदा जैकार रहे,
मंदिर से बाहर आजा माँ तेरे भगत दरों से पुकार रहे,

विपदा की घडी जो आई हो हर दिल ने यही सुनाई हो
चेहल दीवाना अर्ज करे तू हर जन की महामाई हो,
भगतो के संकट टालो माँ तेरे दर पर सदा बहार रहे,
मंदिर से बाहर आजा माँ तेरे भगत दरों से पुकार रहे,



mandir se bahar aaja maa

mandir se baahar aaja ma tere bhagat daron se pukaar rahe,
tere nav raato me maiya ro ro ke ho behaal rahe,
mandir se baahar aaja ma tere bhagat daron se pukaar rahe


tere navaraate chaunkiya dekhi mil kar kahushi manaate the,
ghar ghar me jyot jaga ke ma ghar ghar jagaraate hote the,
ham ro kar tujhe bulaate hai mahaamaari ke dar se haar rahe,
mandir se baahar aaja ma tere bhagat daron se pukaar rahe

toone bade bade rakshk ko ma tirshool se maar giraaya tha,
is mahaamaari ke daanav se har bhakt tera gabaraaya ma ,
iko bhi jad se ukhaado ma teri hoti sada jaikaar rahe,
mandir se baahar aaja ma tere bhagat daron se pukaar rahe

vipada ki ghadi jo aai ho har dil ne yahi sunaai ho
chehal deevaana arj kare too har jan ki mahaamaai ho,
bhagato ke sankat taalo ma tere dar par sada bahaar rahe,
mandir se baahar aaja ma tere bhagat daron se pukaar rahe

mandir se baahar aaja ma tere bhagat daron se pukaar rahe,
tere nav raato me maiya ro ro ke ho behaal rahe,
mandir se baahar aaja ma tere bhagat daron se pukaar rahe




mandir se bahar aaja maa Lyrics





Bhajan Lyrics View All

फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
मेरे बांके बिहारी बड़े प्यारे लगते
कही नज़र न लगे इनको हमारी
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
Ye Saare Khel Tumhare Hai Jag
Kahta Khel Naseebo Ka

New Bhajan Lyrics View All

तुलसा सीचन मैं चली गणेश मेरे साथ,
तुलसा सीचियो मेरे राम,
हे भव भंजन हे शिव नंदन,
हे गजवंदन गाईये,
आया आया जन्मदिन आज जी,
आया आया बसंत दा त्योहार जी,
तेरे दर पे मैं आया प्रभु, दुनिया से
बाबा श्याम, बाबा मैं दुखियारा प्रभु...
वादा करके मोहन नहीं आया,
आँखो में कई राते ढल गयी,