मत दे रे बीरा माता को दोष करमा की रेखा न्यारी न्यारी रे, मत दे रे बीरा माता को दोष करमा की रेखा न्यारी न्यारी रे, एक माई के बेटा चार, चारो की रेखा न्यारी न्यारी रे, एक तो बण्यो रे थानेदार, दुजो तो हल हॉकतो फिरे, तीजो गयो सेवादार चोथो तो गद्दी राज करे.... एक गाय के बछडा चार चारो की रेखा न्यारी न्यारी रे एक तो बण्यो रे बढीयॉ सॉड दुजो तो हल हॉकतो फिरे तीजो गयो रे घाणी माही चोथो तो शंकर नाडियो बणे ।। एक बेल के तुम्बा चार चारो की रेखा न्यारी न्यारी रे एक तो बण्यो रे बढीया सॉज दुजो तो बस्ती मागतो फिरे तीजो गयो रे साधु संग चाथो तो गंगा स्नान करे।। रसीद मयूर (राधे मयूर इटावा राजस्थान , mat de beera mata ko dosh karma di rekha nyari nyari re mat de re beera maata ko dosh karama ki rekha nyaari nyaari re ek maai ke beta chaar, chaaro ki rekha nyaari nyaari re, ek to banyo re thaanedaar, dujo to hal hkato phire, teejo gayo sevaadaar chotho to gaddi raaj kare... ek gaay ke bchhada chaar chaaro ki rekha nyaari nyaari re ek to banyo re bdheey sd dujo to hal hkato phire teejo gayo re ghaani maahee chotho to shankar naadiyo bane ek bel ke tumba chaar chaaro ki rekha nyaari nyaari re ek to banyo re bdheeya sj dujo to basti maagato phire teejo gayo re saadhu sang chaatho to ganga snaan kare mat de re beera maata ko dosh karama ki rekha nyaari nyaari re SOURCE: http://www.yugalsarkar.com/lyrics/mat-de-beera-mata-ko-dosh-karma-di-rekha-nyari-nyari-re-Lyrics