Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

मोरछड़ी लेहराओ अब

दर्शन को तरसे नैना इक छवि दिखलाओ अब ,
संकट से सब जुज रहे है मोरछड़ी लेहराओ अब,

तेरे खाटू की ये गलियां सुनी नहीं सुहाती है,
हाथ लगा चौकठ को लुटे आंखे भर भर आती है,
बिना मिले जो लौट चले है उनसे मिले आओ अब,
उनसे मिलने आओ बाबा उनसे मिले आओ अब,
मोरछड़ी लेहराओ अब,

ये इतहास गवा खाटू का पहले ऐसा हुआ नहीं,
लखदातारी श्याम प्रभु ने दर्शन किसी को दिया नहीं,
कैसी उल्जी है गुथी श्याम इसे सुलजाओ अब,
मोरछड़ी लेहराओ अब,

बेचैनी है मन में सौरव बिन दर्शन जो लौट गए,
कैसे भाव है उन भगतो के बाबा तुम सो समज ही गए,
मिलुंगा मैं सब भगतो से ऐसा हुकम सुनावो अब तो,
मोरछड़ी लेहराओ अब,



morchadi lehraao ab

darshan ko tarase naina ik chhavi dikhalaao ab ,
sankat se sab juj rahe hai morchhadi leharaao ab


tere khatu ki ye galiyaan suni nahi suhaati hai,
haath laga chaukth ko lute aankhe bhar bhar aati hai,
bina mile jo laut chale hai unase mile aao ab,
unase milane aao baaba unase mile aao ab,
morchhadi leharaao ab

ye itahaas gava khatu ka pahale aisa hua nahi,
lkhadaataari shyaam prbhu ne darshan kisi ko diya nahi,
kaisi ulji hai guthi shyaam ise sulajaao ab,
morchhadi leharaao ab

bechaini hai man me saurav bin darshan jo laut ge,
kaise bhaav hai un bhagato ke baaba tum so samaj hi ge,
milunga mainsab bhagato se aisa hukam sunaavo ab to,
morchhadi leharaao ab

darshan ko tarase naina ik chhavi dikhalaao ab ,
sankat se sab juj rahe hai morchhadi leharaao ab




morchadi lehraao ab Lyrics





Bhajan Lyrics View All

ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
मेरे बांके बिहारी बड़े प्यारे लगते
कही नज़र न लगे इनको हमारी
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम

New Bhajan Lyrics View All

तेरा झुठा मोह जगत में तोते से बोली
गैरों से मतलब क्या है अपनों से बच कर
राम के गीत सुनाते चलो,
सोते हुओं को जगाते चलो
बिगड़ा नसीबा अपना बनाने,
नैया अपनी पार लगाने,
हरी बोल हरी बोल हरी हरी बोल,
साँझ सवेरे हरी हरी बोल,
श्री कृष्णाष्टकम्
श्री कृष्णाष्टकम्