अकेली पनिया गयी ।मै तो गयी थी यमुना तट पे, कहना खड़ा था री पनघट पे । अकेली पनिया गयी ।मै तो गयी थी यमुना तट पे, कहना खड़ा था री पनघट पे । बड़ी मुझ को रे देर भई, अकेली पनिया गयी ॥ श्याम ने मेरी चुनरी झटकी, सर से मेरे घिर गयी मटकी । बईया मेरी मरोड़ गयी, अकेली पनिया गयी ॥बड़ा नटखट है श्याम सवारिया, दे दारी मेरी कोरी चुनरिया । मेरी गगरिया फोड़ दी, अकेली पनिया गयी ॥ लाख कही पर एक ना मानी, भरने ना दे वो मोहे पानी । मारे लाज के मै मर गयी, अकेली पनिया गयी ॥ Murli Wale Ne Gher Laayi Krishna Bhajan akeli paniya gayi .mai to gayi thi yamuna tat pe, kahana kha tha ri panghat pe . badi mujh ko re der bhi, akeli paniya gayi .. shyaam ne meri chunari jhataki, sar se mere ghir gayi mataki . beeya meri maro gayi, akeli paniya gayi ..bada natkhat hai shyaam savaariya, de daari meri kori chunariya . meri gagariya phod di, akeli paniya gayi .. laakh kahi par ek na maani, bharane na de vo mohe paani . maare laaj ke mai mar gayi, akeli paniya gayi .. SOURCE: http://www.yugalsarkar.com/lyrics/murli-wale-ne-gher-laayi-krishna-bhajan-Lyrics