Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

नहीं धन दोलत की चाहत है

नहीं धन दोलत की चाहत है,
है कर्म तेरा ये राहत है,
तूने जितना दिया है खुश है हम चाहिए न खजाना और जागीर,
तू भी फ़कीर मैं भी फ़कीर,

साई इतना दीजिये जा मैं कुटब समाये,
मैं भी भूखा न रहु साधु न भूखा जाए,

दो रोटी की हो नयात बस इतनी सी है साई चाहत बस,
कुछ हो न हो इस जीवन में तेरी बिंदगी हो पीरो की पीर,
तू भी फ़कीर मैं भी फ़कीर,

साई के दरबार से खाली गया न कोई,
जो चौकठ तक आ गए भला सभी का होये,

साई हम से शराफत होती रहे बस तेरी इबादत होती रहे,
नहीं हमसे हो कोई गुस्ताखी रहे पाक सदा अपना जमीन,
तू भी फ़कीर मैं भी फ़कीर,



nhi dhan dolar ki chahat hai

nahi dhan dolat ki chaahat hai,
hai karm tera ye raahat hai,
toone jitana diya hai khush hai ham chaahie n khajaana aur jaageer,
too bhi pahakeer mainbhi pahakeer


saai itana deejiye ja mainkutab samaaye,
mainbhi bhookha n rahu saadhu n bhookha jaae

do roti ki ho nayaat bas itani si hai saai chaahat bas,
kuchh ho n ho is jeevan me teri bindagi ho peero ki peer,
too bhi pahakeer mainbhi pahakeer

saai ke darabaar se khaali gaya n koi,
jo chaukth tak a ge bhala sbhi ka hoye

saai ham se sharaaphat hoti rahe bas teri ibaadat hoti rahe,
nahi hamase ho koi gustaakhi rahe paak sada apana jameen,
too bhi pahakeer mainbhi pahakeer

nahi dhan dolat ki chaahat hai,
hai karm tera ye raahat hai,
toone jitana diya hai khush hai ham chaahie n khajaana aur jaageer,
too bhi pahakeer mainbhi pahakeer




nhi dhan dolar ki chahat hai Lyrics





Bhajan Lyrics View All

मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ

New Bhajan Lyrics View All

आज मेरे शिव भंगिया पीकर,
नशे खींची चार चिलम
राम नाम है वो दीपक,
जो फैलाए जग में उजियारा,
मोहे तो प्रभु मिलन की आस,
बारबार तोहे अरज़ लगाऊं,
मेरा श्याम मेरे घर आवे,
आके मिठड़े बोल सुनावे के दिल दा चां
मां गुफा से बाहर आजा नवरात्रे तेरे आए
भक्तों को दर्शन दिखा जा नवरात्रे तेरे