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रग रग में तू है वसा ओ कान्हा

रग रग में तू है वसा ओ कान्हा
तेरे रंग में रंगा हु मैं तेरी प्रीत सजाउ मैं  

तेरे दर्श को नैना मोरा तरसे
लौटा न खाली कोई तेरे दर से,
आजा ओ कान्हा मेरे अब तो तू  आजा,
राह निहारु मैं मेरे कान्हा
मेरे मन में तू ही वसा तेरी आस लगाउ मैं

तेरी जोगन तुझको पुकारे तुम बिन कान्हा कौन सहारे,
कैसे मनाऊ तुझे कैसे बुलाऊ,
रूठो न हे भगवन इस तन के
दर्पण में तेरी रूप निहारु मैं



rag rag me tu hai vsa o kanha

rag rag me too hai vasa o kaanhaa
tere rang me ranga hu mainteri preet sajaau main 


tere darsh ko naina mora tarase
lauta n khaali koi tere dar se,
aaja o kaanha mere ab to too  aaja,
raah nihaaru mainmere kaanhaa
mere man me too hi vasa teri aas lagaau main

teri jogan tujhako pukaare tum bin kaanha kaun sahaare,
kaise manaaoo tujhe kaise bulaaoo,
rootho n he bhagavan is tan ke
darpan me teri roop nihaaru main

rag rag me too hai vasa o kaanhaa
tere rang me ranga hu mainteri preet sajaau main 




rag rag me tu hai vsa o kanha Lyrics





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