कर्तव्य मार्ग पर डट जाना,
श्री गीता हमें बताती है,
श्री गीता हमें बताती है,
श्री गीता हमें समझाती है,
जिससे अर्जुन का मोह हटा
वह ज्ञान सुधा बरसाती है,
कर्तव्य मार्ग पर डट जाना,
श्री गीता हमें बताती है।
कायरता अर्जुन की लखकर,
श्री कृष्ण लगे थे समझाने,
तू अजर अमर अविनाशी है,
यह देह नाश हो जाती है,
कर्तव्य मार्ग पर डट जाना,
श्री गीता हमें बताती है।
चाचा मामा नाना भ्राता,
जो सगे कुटुम भी मान रहा,
सब काया ही के नाते हैं,
काया पंचों की दासी है,
कर्तव्य मार्ग पर डट जाना,
श्री गीता हमें बताती है।
जो मैं इस तन से निकल रही,
वह मैं इस तन से न्यारी है,
वह मैं मुझ ईश्वर की सत्ता,
जो तू है यही जनाती है,
कर्तव्य मार्ग पर डट जाना,
श्री गीता हमें बताती है।
kartavy maarg par dat jaana,
shri geeta hame bataati hai,
shri geeta hame bataati hai,
shri geeta hame samjhaati hai,
jisase arjun ka moh hata
vah gyaan sudha barasaati hai,
kartavy maarg par dat jaana,
shri geeta hame bataati hai.
kaayarata arjun ki lkhakar,
shri krishn lage the samjhaane,
too ajar amar avinaashi hai,
yah deh naash ho jaati hai,
kartavy maarg par dat jaana,
shri geeta hame bataati hai.
chaacha maama naana bhraata,
jo sage kutum bhi maan raha,
sab kaaya hi ke naate hain,
kaaya panchon ki daasi hai,
kartavy maarg par dat jaana,
shri geeta hame bataati hai.
jo mainis tan se nikal rahi,
vah mainis tan se nyaari hai,
vah mainmujh eeshvar ki satta,
jo too hai yahi janaati hai,
kartavy maarg par dat jaana,
shri geeta hame bataati hai.