Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

पितरों का पहरा,
जिस घर में रहता है,

पितरों का पहरा,
जिस घर में रहता है,
उस घर से हर संकट,
नित दूर ही रहता है,
पितरों ने सुरक्षा,
हम सब पे वारि है,
एक कवच सा चारों और,
पितरों की दृष्टि,
हमारे कर्मों को जाँचे है,
कर्मों के बल प्राणी,
कुल वंश हमारा,
पितरों ने सदा ही बढ़ाया,
कुल का नाम भी सदा,
पितरों ने हम पर,
हरदम ही कृपा वारी है,
रवि कहता आशीर्वाद,
पितरों का पहरा,
जिस घर में रहता है,
उस घर से हर संकट,
नित दूर ही रहता है,
पितरों ने सुरक्षा,
हम सब पे वारि है,
एक कवच सा चारों और,



pitaron ka pahara,
jis ghar me rahata hai,
us ghar se har sankat,
nit door hi rahata

pitaron ka pahara,
jis ghar me rahata hai,
us ghar se har sankat,
nit door hi rahata hai,
pitaron ne suraksha,
ham sab pe vaari hai,
ek kavch sa chaaron aur,
pitaron ki darashti,
hamaare karmon ko jaanche hai,
karmon ke bal praani,
kul vansh hamaara,
pitaron ne sada hi baaya,
kul ka naam bhi sada,
pitaron ne ham par,
haradam hi kripa vaari hai,
ravi kahata aasheervaad,
pitaron ka pahara,
jis ghar me rahata hai,
us ghar se har sankat,
nit door hi rahata hai,
pitaron ne suraksha,
ham sab pe vaari hai,
ek kavch sa chaaron aur,







Bhajan Lyrics View All

नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
श्याम बुलाये राधा नहीं आये,
आजा मेरी प्यारी राधे बागो में झूला
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
रसिया को नार बनावो री रसिया को
रसिया को नार बनावो री रसिया को
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
ਮੇਰੇ ਕਰਮਾਂ ਵੱਲ ਨਾ ਵੇਖਿਓ ਜੀ,
ਕਰਮਾਂ ਤੋਂ ਸ਼ਾਰਮਾਈ ਹੋਈ ਆਂ
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,

New Bhajan Lyrics View All

दर्शन कर चली जाऊंगी मैया खोलो
हरि भगतो का है बृज़ में ठिकाना,
शाम पागलो का वृन्दावन पागल ख़ांना,
कागा बोलया बनेरे उत्ते बैके,
गुरा ने तैनु याद करया,
हम हाथ उठा कर कहते हैं हम हो गए राधा
हम हो गए राधा रानी के हम हो गए राधा रानी
मुझे जो देंगे मेरे श्याम सर झुका कर
चाहे खुशियां दे या ग़म मुस्कुरा कर मैं