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आ गया मैं ओ संवारे तेरे द्वार पे
मैं बंजारा श्याम का घुमु देश परदेश
बनडो सो लागे बाबो श्याम
जन्मो का प्यासा हु
मैं तो द्वार तेरे आ गई रे
दुनिया में मच रहेयो शोर भोले भंडारी
वामा नंदन आया है पार्श्वनाथ
आजा चूरू के राजा
कन्हैया यूँ हमसे बदल क्यों गये
श्याम खाटू वाले नीले घोड़े वाले
छोटा सा हनुमान
पाँच मिरगला पच्चीस मिरगली
चालो आपा चाला चूरू धाम जी जठे अटकियोडा
चिट्ठी जरा कान्हा जी के नाम लिख दे
बाबा भोग लगा ले थाली झटक झटक
मेरी दुनियां तुम ही हो
ना ओसवाल मुझे कहना
मैं नाकोड़ाजी जाऊंगा
श्याम तेरी किरपा से चले घरबार से
मेरी माँ ने बनाया कान्हा चूरमा तने
दादा प्रेम के भुखे हैं
मेरी पहचान मेरा खाटू वाला
काम कोई भी कर नहीं पाया
न्यू इयर मनाने चल खाटू धाम
बोलो बोलो मावड़ी आप कैसे हो
आये है मुरारी खाटू की रेत में
ओ पता नहीं उसे कौनसा खुमार चढ़ता है
साईं करना कर्म नए साल पे इतना
अंजनी को लालो देव निरालो
क्यूं छोड़ दिया खाटू आना
हर ग्यारस खाटू जाना
मईयाँ तेरे चोले नु सितारे लगे होए ने
सागर में नैय्या कृष्ण कन्हियाँ
सुध बुध मैंने गवाई ओ मोहन
मेरे साईं बाबा
हर सास नाल तेरा करा शुकरीयाँ
पलके ही पलके हम बिछाएंगे
तेरे शिर्डी के दर्शन पाके
नए साल का करो स्वागत सांवरिया के संग
जब से खाटू वाले से प्यार हो गया
हर जनम में भैरव तेरा साथ चाहिए
जिंदगी जब तक रहे बन्दगी तेरी करे
हम जैन कुल में जन्मे
दुःख ता बथेरे पर दुखड़ा सुनोना नही
चलो जी खाटू धाम बाबा श्याम बुलाये
माफ़ करी तू साईंया माफ़ करी
छाई काली घटाएं तो क्या
मैं तो हुई दीवानी सुन लो जी चित चोर
मेरा चंचल क्यों नही आया
नाकोड़ावाले भैरू बाबा, लीला तेरी हैं
हम तो दीवाने हो गए माँ
जय साईं की बोल रे भगता
गली गली जाता जाये मैया का फ़कीर
तेरे नाम से हो सुबह
श्याम श्याम श्याम जप श्याम
मांगते ही रहते तुझसे, सांझ सवेरे
हम आए शरण तिहारी
अपने जैन धरम की सबसे अनमोल ये घड़ी
मेरे राधा लठियां मत मारे
सेवा पूजा कर नहीं पाया
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