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संवारा करता मुझे कितना प्यार
माँ मेरा मन बोल्दा मैं आवा तेरे कोल
पार लगा दो नइयाँ हे राधे रानी
खाटू की है नगरियां बाबा का है ये धाम
ये ऐसा मंत्र मार दे पल में क्या से क्या
सब झूमो नाचो वो आने वाला है
उपकार मुझपे इतना कर देना श्याम बाबा
भक्तों श्याम जयंती आई
ये मालकिन है मेरे घर की
नैन खोल देख मैया भक्त की पुकार है
पहाड़ी के मंदिर की देख छटा
जय कारा बोलो प्यार से दोबरा बोलो प्यार
फागण में तेरे नाम की मस्ती छाई है
मांगू तो क्या मांगू तोसे सँवारे
एक बार म्हारे कानी हस के तू देख मावड़ी
जाने वालो जरा पूछना श्याम से
जब जब भी दादी तेरे नैनो से नैन मिलाई
सावन में कृष्ण मुरार झूला झूले कदम की
मेरी सांसो में बस्ता मेरा श्याम है
श्याम सलोना संवारा मेरा मन में बस गया
ऐ साँसों के मालिक मेरे श्याम बाबा
दादी को उत्सव आयो भगता दरबार लगायो
बिन बोले मेरी मैया सब जान जाती है
हार गया हुआ खेते खेते मिलता नहीं
फूलो से राज रानी का झूला सजा दियां
बड़े प्यारे लगते है मेरे बाबा
गले से लगा लो मुझे मावड़ी
लाल चुनरिया माँ को भावे
तेरे रूप ने निरखंगा बाबा
श्याम जी का बर्थडे कमींग सून हुआ रे
मैं हर दिन हर पल हर
मैया आज तेरा जगराता हो
तेरी बांसुरी ने मन लिया मोहे मोहना
अरे मेहंदीपुर वाले का ये दरबार निराला
आया जन्मदिन श्याम धणी का
शिव शंकर जी आये है शिव शंकर जी आये
माँ मुझे अपने आंचल में छुपा ले
मेरे जोगी जी दा द्वारा मैं मंदिरा चो
बधाई जन्मोत्सव की देने जग आया है
सज के बैठा श्याम हमारा
मेरे कान्हा कृष्ण मुरारी सुन लो इतनी
मेरे भोले की किरपा से सब काम हो रहा है
सतगुरु नानक दा प्रकाश पूरब है आया
म्हारो बाबो रे माहरे सागे चले है
बाबा मेरा भी घर होवे वहां तेरे नज़र
तेरे रुतबे को प्रभु हम प्रणाम करते हैं
हे बाबा मेरे खाटू वाले हम सब पर उपकार
पलका बिछाया खड़्या हां मावड़ी
श्याम मेरा साथ निभाना पड़ेगा
मैया तुमसे मुरादे लेने आये है
नि मैं विच जगराते नचना भगता दी टोली
आज वंड ने खजाने महा माई
साई दिया मेहरा ने
श्याम इक काम करा दे बांसुरियां फिर से
झोली भरेंगे साई सभी की सब को यही
मैया आंबे भवानी तू मेरे पास है
मेरा मन साई साई बोले
श्री गणेश लक्ष्मी माता की पूजा मन से
लक्ष्मी गणेश घर में पधारे
बूहे खोल दातिए मैं ता दर तेरे ते आइयाँ
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