चौपाई
जो नाघइ सत जोजन सागर । करइ सो राम काज मति आगर ।।
मोहि बिलोकि धरहु मन धीरा । राम कृपाँ कस भयउ सरीरा।।
पापिउ जा कर नाम सुमिरहीं। अति अपार भवसागर तरहीं।।
तासु दूत तुम्ह तजि कदराई। राम हृदयँ धरि करहु उपाई।।
अस कहि गरुड़ गीध जब गयऊ। तिन्ह कें मन अति बिसमय भयऊ।।
निज निज बल सब काहूँ भाषा। पार जाइ कर संसय राखा।।
जरठ भयउँ अब कहइ रिछेसा। नहिं तन रहा प्रथम बल लेसा।।
जबहिं त्रिबिक्रम भए खरारी। तब मैं तरुन रहेउँ बल भारी।।
दोहा/सोरठा
बलि बाँधत प्रभु बाढेउ सो तनु बरनि न जाई।
उभय धरी महँ दीन्ही सात प्रदच्छिन धाइ।।29।।
चौपाई
अंगद कहइ जाउँ मैं पारा। जियँ संसय कछु फिरती बारा।।
जामवंत कह तुम्ह सब लायक। पठइअ किमि सब ही कर नायक।।
कहइ रीछपति सुनु हनुमाना। का चुप साधि रहेहु बलवाना।।
पवन तनय बल पवन समाना। बुधि बिबेक बिग्यान निधाना।।
कवन सो काज कठिन जग माहीं। जो नहिं होइ तात तुम्ह पाहीं।।
राम काज लगि तब अवतारा। सुनतहिं भयउ पर्वताकारा।।
कनक बरन तन तेज बिराजा। मानहु अपर गिरिन्ह कर राजा।।
सिंहनाद करि बारहिं बारा। लीलहीं नाषउँ जलनिधि खारा।।
सहित सहाय रावनहि मारी। आनउँ इहाँ त्रिकूट उपारी।।
जामवंत मैं पूँछउँ तोही। उचित सिखावनु दीजहु मोही।।
एतना करहु तात तुम्ह जाई। सीतहि देखि कहहु सुधि आई।।
तब निज भुज बल राजिव नैना। कौतुक लागि संग कपि सेना।।
छंद
कपि सेन संग सँघारि निसिचर रामु सीतहि आनिहैं।
त्रैलोक पावन सुजसु सुर मुनि नारदादि बखानिहैं।।
जो सुनत गावत कहत समुझत परम पद नर पावई।
रघुबीर पद पाथोज मधुकर दास तुलसी गावई।।
दोहा/सोरठा
भव भेषज रघुनाथ जसु सुनहि जे नर अरु नारि।
तिन्ह कर सकल मनोरथ सिद्ध करिहि त्रिसिरारि।।30(क)।।
नीलोत्पल तन स्याम काम कोटि सोभा अधिक।
सुनिअ तासु गुन ग्राम जासु नाम अघ खग बधिक।।30(ख)।।
चौपाई
jō nāghai sata jōjana sāgara . karai sō rāma kāja mati āgara ..
mōhi bilōki dharahu mana dhīrā . rāma kṛpāom kasa bhayau sarīrā..
pāpiu jā kara nāma sumirahīṃ. ati apāra bhavasāgara tarahīṃ..
tāsu dūta tumha taji kadarāī. rāma hṛdayaom dhari karahu upāī..
asa kahi garuḍa gīdha jaba gayaū. tinha kēṃ mana ati bisamaya bhayaū..
nija nija bala saba kāhūom bhāṣā. pāra jāi kara saṃsaya rākhā..
jaraṭha bhayauom aba kahai richēsā. nahiṃ tana rahā prathama bala lēsā..
jabahiṃ tribikrama bhaē kharārī. taba maiṃ taruna rahēuom bala bhārī..
चौपाई
aṃgada kahai jāuom maiṃ pārā. jiyaom saṃsaya kachu phiratī bārā..
jāmavaṃta kaha tumha saba lāyaka. paṭhaia kimi saba hī kara nāyaka..
kahai rīchapati sunu hanumānā. kā cupa sādhi rahēhu balavānā..
pavana tanaya bala pavana samānā. budhi bibēka bigyāna nidhānā..
kavana sō kāja kaṭhina jaga māhīṃ. jō nahiṃ hōi tāta tumha pāhīṃ..
rāma kāja lagi taba avatārā. sunatahiṃ bhayau parvatākārā..
kanaka barana tana tēja birājā. mānahu apara girinha kara rājā..
siṃhanāda kari bārahiṃ bārā. līlahīṃ nāṣauom jalanidhi khārā..
sahita sahāya rāvanahi mārī. ānauom ihāom trikūṭa upārī..
jāmavaṃta maiṃ pūomchauom tōhī. ucita sikhāvanu dījahu mōhī..
ētanā karahu tāta tumha jāī. sītahi dēkhi kahahu sudhi āī..
taba nija bhuja bala rājiva nainā. kautuka lāgi saṃga kapi sēnā..