चौपाई
सोइ सर्बग्य गुनी सोइ ग्याता। सोइ महि मंडित पंडित दाता।।
धर्म परायन सोइ कुल त्राता। राम चरन जा कर मन राता।।
नीति निपुन सोइ परम सयाना। श्रुति सिद्धांत नीक तेहिं जाना।।
सोइ कबि कोबिद सोइ रनधीरा। जो छल छाड़ि भजइ रघुबीरा।।
धन्य देस सो जहँ सुरसरी। धन्य नारि पतिब्रत अनुसरी।।
धन्य सो भूपु नीति जो करई। धन्य सो द्विज निज धर्म न टरई।।
सो धन धन्य प्रथम गति जाकी। धन्य पुन्य रत मति सोइ पाकी।।
धन्य घरी सोइ जब सतसंगा। धन्य जन्म द्विज भगति अभंगा।।
चौपाई
मति अनुरूप कथा मैं भाषी। जद्यपि प्रथम गुप्त करि राखी।।
तव मन प्रीति देखि अधिकाई। तब मैं रघुपति कथा सुनाई।।
यह न कहिअ सठही हठसीलहि। जो मन लाइ न सुन हरि लीलहि।।
कहिअ न लोभिहि क्रोधहि कामिहि। जो न भजइ सचराचर स्वामिहि।।
द्विज द्रोहिहि न सुनाइअ कबहूँ। सुरपति सरिस होइ नृप जबहूँ।।
राम कथा के तेइ अधिकारी। जिन्ह कें सतसंगति अति प्यारी।।
गुर पद प्रीति नीति रत जेई। द्विज सेवक अधिकारी तेई।।
ता कहँ यह बिसेष सुखदाई। जाहि प्रानप्रिय श्रीरघुराई।।
चौपाई
sōi sarbagya gunī sōi gyātā. sōi mahi maṃḍita paṃḍita dātā..
dharma parāyana sōi kula trātā. rāma carana jā kara mana rātā..
nīti nipuna sōi parama sayānā. śruti siddhāṃta nīka tēhiṃ jānā..
sōi kabi kōbida sōi ranadhīrā. jō chala chāḍai bhajai raghubīrā..
dhanya dēsa sō jahaom surasarī. dhanya nāri patibrata anusarī..
dhanya sō bhūpu nīti jō karaī. dhanya sō dvija nija dharma na ṭaraī..
sō dhana dhanya prathama gati jākī. dhanya punya rata mati sōi pākī..
dhanya gharī sōi jaba satasaṃgā. dhanya janma dvija bhagati abhaṃgā..
चौपाई
mati anurūpa kathā maiṃ bhāṣī. jadyapi prathama gupta kari rākhī..
tava mana prīti dēkhi adhikāī. taba maiṃ raghupati kathā sunāī..
yaha na kahia saṭhahī haṭhasīlahi. jō mana lāi na suna hari līlahi..
kahia na lōbhihi krōdhahi kāmihi. jō na bhajai sacarācara svāmihi..
dvija drōhihi na sunāia kabahūom. surapati sarisa hōi nṛpa jabahūom..
rāma kathā kē tēi adhikārī. jinha kēṃ satasaṃgati ati pyārī..
gura pada prīti nīti rata jēī. dvija sēvaka adhikārī tēī..
tā kahaom yaha bisēṣa sukhadāī. jāhi prānapriya śrīraghurāī..