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हम राम जी के
दिलदार आ गया
हे महावीर करो कल्याण
कुछ याद करो पवनसुत
देखा ना वीर हनुमान जैसा
हनुमान गाथा
तेरा दर्शन हो रहा
बिगड़ी बना दो संतोषी माता
दूर है नगरिया माँ की
ऐसा वर दो कांगड़े वाली
ठाकुर जी की तुम ठकुरानी
मेरी शेरों वाली माँ सदा मेरे साथ रहो
राधा यु रो रो कहे.
शुकराना
जहाँ राम है वहीं जानकी - सिया के राम
म्हारे मन में बस गयी सूरत श्याम तेरी
क्या मिला राधा को रुला के।
कौन कहते है गणराज आते नहीं
म्हारे कालजे पे
गेड़ा मार जा पंजाबियां दे वेडे
चमत्कार मोरछड़ी का
नगरी नगरी द्वारे द्वारे ढूंढू
उज्जैन नगरी महान
श्याम मेरे श्याम
है गुरुवर तव चरण कमल में
दीनान दुख हरण देव संतन हितकारी
अपने चरणों का हमे दास बनालो
दुआवाँ
फ़ेरा पा दातिये
जलवा हमारे श्याम का खाटू में जा के
जोगन भेस बनाया
नन्दी रे मेरी बात सुनादे भोले भण्डारी
गुरुजी मेरे कर्मो की
हरी बोल हरी बोल हरी हरी बोल केशव माधव
मुझे तो उज्जैन के महाकाल का दीदार
भोले का रुक्का
गुरु जी मेरे संग रहना
आओ बाबा श्याम
हूँ क्यों करा परवाह मैं जग दी
रचाई श्रृष्टि को जिस प्रभु ने वही ये
हे मात मेरी हे मात मेरी
ये विधि का विधान है जो आया है सो जाएगा
सदा अपनी रसना को रस मये बना दे
साईं नाथ मेरे दाता तू है मेरा सहाई
मुझको दे सवर ज्ञान मैं नित नित तेरी
अमृत बरसे बरसे जी माता रानी के द्वार
कानडा राजा पंढरीचा वेदांनाही नाही
अर्जी को सवीकार कर
गौरा गणपत तेरे संग विराजे
देव महादेव निराले है
हरी बोल हरी बोल हरी बोल
मेरे दादाजी ने खंडवा में धुनी रमायी रे
खंडवा नगरिया में दादा दरबार
तुझे हर दिन में वसता पाऊ
आंगणो भर जासी
दे वे सजना सान्नु प्रीत आपणी
दे ममता दी छाह अमडीये फड ले साडी बाह
ये भारत की बेटियां
ओ मेरी माँ ओ मेरी माँ
भगतो के घर माँ आई है
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