चौपाई
राउरि रीति सुबानि बड़ाई। जगत बिदित निगमागम गाई।।
कूर कुटिल खल कुमति कलंकी। नीच निसील निरीस निसंकी।।
तेउ सुनि सरन सामुहें आए। सकृत प्रनामु किहें अपनाए।।
देखि दोष कबहुँ न उर आने। सुनि गुन साधु समाज बखाने।।
को साहिब सेवकहि नेवाजी। आपु समाज साज सब साजी।।
निज करतूति न समुझिअ सपनें। सेवक सकुच सोचु उर अपनें।।
सो गोसाइँ नहि दूसर कोपी। भुजा उठाइ कहउँ पन रोपी।।
पसु नाचत सुक पाठ प्रबीना। गुन गति नट पाठक आधीना।।
दोहा/सोरठा
यों सुधारि सनमानि जन किए साधु सिरमोर।
को कृपाल बिनु पालिहै बिरिदावलि बरजोर।।299।।
चौपाई
सोक सनेहँ कि बाल सुभाएँ। आयउँ लाइ रजायसु बाएँ।।
तबहुँ कृपाल हेरि निज ओरा। सबहि भाँति भल मानेउ मोरा।।
देखेउँ पाय सुमंगल मूला। जानेउँ स्वामि सहज अनुकूला।।
बड़ें समाज बिलोकेउँ भागू। बड़ीं चूक साहिब अनुरागू।।
कृपा अनुग्रह अंगु अघाई। कीन्हि कृपानिधि सब अधिकाई।।
राखा मोर दुलार गोसाईं। अपनें सील सुभायँ भलाईं।।
नाथ निपट मैं कीन्हि ढिठाई। स्वामि समाज सकोच बिहाई।।
अबिनय बिनय जथारुचि बानी। छमिहि देउ अति आरति जानी।।
दोहा/सोरठा
सुह्रद सुजान सुसाहिबहि बहुत कहब बड़ि खोरि।
आयसु देइअ देव अब सबइ सुधारी मोरि।।300।।
चौपाई
rāuri rīti subāni baḍaāī. jagata bidita nigamāgama gāī..
kūra kuṭila khala kumati kalaṃkī. nīca nisīla nirīsa nisaṃkī..
tēu suni sarana sāmuhēṃ āē. sakṛta pranāmu kihēṃ apanāē..
dēkhi dōṣa kabahuom na ura ānē. suni guna sādhu samāja bakhānē..
kō sāhiba sēvakahi nēvājī. āpu samāja sāja saba sājī..
nija karatūti na samujhia sapanēṃ. sēvaka sakuca sōcu ura apanēṃ..
sō gōsāiom nahi dūsara kōpī. bhujā uṭhāi kahauom pana rōpī..
pasu nācata suka pāṭha prabīnā. guna gati naṭa pāṭhaka ādhīnā..
चौपाई
sōka sanēhaom ki bāla subhāēom. āyauom lāi rajāyasu bāēom..
tabahuom kṛpāla hēri nija ōrā. sabahi bhāomti bhala mānēu mōrā..
dēkhēuom pāya sumaṃgala mūlā. jānēuom svāmi sahaja anukūlā..
baḍaēṃ samāja bilōkēuom bhāgū. baḍaīṃ cūka sāhiba anurāgū..
kṛpā anugraha aṃgu aghāī. kīnhi kṛpānidhi saba adhikāī..
rākhā mōra dulāra gōsāīṃ. apanēṃ sīla subhāyaom bhalāīṃ..
nātha nipaṭa maiṃ kīnhi ḍhiṭhāī. svāmi samāja sakōca bihāī..
abinaya binaya jathāruci bānī. chamihi dēu ati ārati jānī..