चौपाई
अस तपु काहुँ न कीन्ह भवानी। भउ अनेक धीर मुनि ग्यानी।।
अब उर धरहु ब्रह्म बर बानी। सत्य सदा संतत सुचि जानी।।
आवै पिता बोलावन जबहीं। हठ परिहरि घर जाएहु तबहीं।।
मिलहिं तुम्हहि जब सप्त रिषीसा। जानेहु तब प्रमान बागीसा।।
सुनत गिरा बिधि गगन बखानी। पुलक गात गिरिजा हरषानी।।
उमा चरित सुंदर मैं गावा। सुनहु संभु कर चरित सुहावा।।
जब तें सती जाइ तनु त्यागा। तब सें सिव मन भयउ बिरागा।।
जपहिं सदा रघुनायक नामा। जहँ तहँ सुनहिं राम गुन ग्रामा।।
दोहा/सोरठा
चिदानन्द सुखधाम सिव बिगत मोह मद काम।
बिचरहिं महि धरि हृदयँ हरि सकल लोक अभिराम।।75।।
चौपाई
कतहुँ मुनिन्ह उपदेसहिं ग्याना। कतहुँ राम गुन करहिं बखाना।।
जदपि अकाम तदपि भगवाना। भगत बिरह दुख दुखित सुजाना।।
एहि बिधि गयउ कालु बहु बीती। नित नै होइ राम पद प्रीती।।
नैमु प्रेमु संकर कर देखा। अबिचल हृदयँ भगति कै रेखा।।
प्रगटै रामु कृतग्य कृपाला। रूप सील निधि तेज बिसाला।।
बहु प्रकार संकरहि सराहा। तुम्ह बिनु अस ब्रतु को निरबाहा।।
बहुबिधि राम सिवहि समुझावा। पारबती कर जन्मु सुनावा।।
अति पुनीत गिरिजा कै करनी। बिस्तर सहित कृपानिधि बरनी।।
दोहा/सोरठा
अब बिनती मम सुनेहु सिव जौं मो पर निज नेहु।
जाइ बिबाहहु सैलजहि यह मोहि मागें देहु।।76।।
चौपाई
asa tapu kāhuom na kīnha bhavānī. bhau anēka dhīra muni gyānī..
aba ura dharahu brahma bara bānī. satya sadā saṃtata suci jānī..
āvai pitā bōlāvana jabahīṃ. haṭha parihari ghara jāēhu tabahīṃ..
milahiṃ tumhahi jaba sapta riṣīsā. jānēhu taba pramāna bāgīsā..
sunata girā bidhi gagana bakhānī. pulaka gāta girijā haraṣānī..
umā carita suṃdara maiṃ gāvā. sunahu saṃbhu kara carita suhāvā..
jaba tēṃ satī jāi tanu tyāgā. taba sēṃ siva mana bhayau birāgā..
japahiṃ sadā raghunāyaka nāmā. jahaom tahaom sunahiṃ rāma guna grāmā..
चौपाई
katahuom muninha upadēsahiṃ gyānā. katahuom rāma guna karahiṃ bakhānā..
jadapi akāma tadapi bhagavānā. bhagata biraha dukha dukhita sujānā..
ēhi bidhi gayau kālu bahu bītī. nita nai hōi rāma pada prītī..
naimu prēmu saṃkara kara dēkhā. abicala hṛdayaom bhagati kai rēkhā..
pragaṭai rāmu kṛtagya kṛpālā. rūpa sīla nidhi tēja bisālā..
bahu prakāra saṃkarahi sarāhā. tumha binu asa bratu kō nirabāhā..
bahubidhi rāma sivahi samujhāvā. pārabatī kara janmu sunāvā..
ati punīta girijā kai karanī. bistara sahita kṛpānidhi baranī..