चौपाई
भयउ न नारद मन कछु रोषा। कहि प्रिय बचन काम परितोषा।।
नाइ चरन सिरु आयसु पाई। गयउ मदन तब सहित सहाई।।
मुनि सुसीलता आपनि करनी। सुरपति सभाँ जाइ सब बरनी।।
सुनि सब कें मन अचरजु आवा। मुनिहि प्रसंसि हरिहि सिरु नावा।।
तब नारद गवने सिव पाहीं। जिता काम अहमिति मन माहीं।।
मार चरित संकरहिं सुनाए। अतिप्रिय जानि महेस सिखाए।।
बार बार बिनवउँ मुनि तोहीं। जिमि यह कथा सुनायहु मोहीं।।
तिमि जनि हरिहि सुनावहु कबहूँ। चलेहुँ प्रसंग दुराएडु तबहूँ।।
दोहा/सोरठा
संभु दीन्ह उपदेस हित नहिं नारदहि सोहान।
भारद्वाज कौतुक सुनहु हरि इच्छा बलवान।।127।।
चौपाई
राम कीन्ह चाहहिं सोइ होई। करै अन्यथा अस नहिं कोई।।
संभु बचन मुनि मन नहिं भाए। तब बिरंचि के लोक सिधाए।।
एक बार करतल बर बीना। गावत हरि गुन गान प्रबीना।।
छीरसिंधु गवने मुनिनाथा। जहँ बस श्रीनिवास श्रुतिमाथा।।
हरषि मिले उठि रमानिकेता। बैठे आसन रिषिहि समेता।।
बोले बिहसि चराचर राया। बहुते दिनन कीन्हि मुनि दाया।।
काम चरित नारद सब भाषे। जद्यपि प्रथम बरजि सिवँ राखे।।
अति प्रचंड रघुपति कै माया। जेहि न मोह अस को जग जाया।।
दोहा/सोरठा
रूख बदन करि बचन मृदु बोले श्रीभगवान ।
तुम्हरे सुमिरन तें मिटहिं मोह मार मद मान।।128।।
चौपाई
bhayau na nārada mana kachu rōṣā. kahi priya bacana kāma paritōṣā..
nāi carana siru āyasu pāī. gayau madana taba sahita sahāī..
muni susīlatā āpani karanī. surapati sabhāom jāi saba baranī..
taba nārada gavanē siva pāhīṃ. jitā kāma ahamiti mana māhīṃ..
māra carita saṃkarahiṃ sunāē. atipriya jāni mahēsa sikhāē..
bāra bāra binavauom muni tōhīṃ. jimi yaha kathā sunāyahu mōhīṃ..
timi jani harihi sunāvahu kabahūom. calēhuom prasaṃga durāēḍu tabahūom..
चौपाई
rāma kīnha cāhahiṃ sōi hōī. karai anyathā asa nahiṃ kōī..
saṃbhu bacana muni mana nahiṃ bhāē. taba biraṃci kē lōka sidhāē..
ēka bāra karatala bara bīnā. gāvata hari guna gāna prabīnā..
chīrasiṃdhu gavanē munināthā. jahaom basa śrīnivāsa śrutimāthā..
haraṣi milē uṭhi ramānikētā. baiṭhē āsana riṣihi samētā..
bōlē bihasi carācara rāyā. bahutē dinana kīnhi muni dāyā..
kāma carita nārada saba bhāṣē. jadyapi prathama baraji sivaom rākhē..