चौपाई
प्रभु पद पंकज नावहिं सीसा। गरजहिं भालु महाबल कीसा।।
देखी राम सकल कपि सेना। चितइ कृपा करि राजिव नैना।।
राम कृपा बल पाइ कपिंदा। भए पच्छजुत मनहुँ गिरिंदा।।
हरषि राम तब कीन्ह पयाना। सगुन भए सुंदर सुभ नाना।।
जासु सकल मंगलमय कीती। तासु पयान सगुन यह नीती।।
प्रभु पयान जाना बैदेहीं। फरकि बाम अँग जनु कहि देहीं।।
जोइ जोइ सगुन जानकिहि होई। असगुन भयउ रावनहि सोई।।
चला कटकु को बरनैं पारा। गर्जहि बानर भालु अपारा।।
नख आयुध गिरि पादपधारी। चले गगन महि इच्छाचारी।।
केहरिनाद भालु कपि करहीं। डगमगाहिं दिग्गज चिक्करहीं।।
छंद
चिक्करहिं दिग्गज डोल महि गिरि लोल सागर खरभरे।
मन हरष सभ गंधर्ब सुर मुनि नाग किन्नर दुख टरे।।
कटकटहिं मर्कट बिकट भट बहु कोटि कोटिन्ह धावहीं।
जय राम प्रबल प्रताप कोसलनाथ गुन गन गावहीं।।1।।
सहि सक न भार उदार अहिपति बार बारहिं मोहई।
गह दसन पुनि पुनि कमठ पृष्ट कठोर सो किमि सोहई।।
रघुबीर रुचिर प्रयान प्रस्थिति जानि परम सुहावनी।
जनु कमठ खर्पर सर्पराज सो लिखत अबिचल पावनी।।2।।
दोहा/सोरठा
एहि बिधि जाइ कृपानिधि उतरे सागर तीर।
जहँ तहँ लागे खान फल भालु बिपुल कपि बीर।।35।।
चौपाई
उहाँ निसाचर रहहिं ससंका। जब ते जारि गयउ कपि लंका।।
निज निज गृहँ सब करहिं बिचारा। नहिं निसिचर कुल केर उबारा।।
जासु दूत बल बरनि न जाई। तेहि आएँ पुर कवन भलाई।।
दूतन्हि सन सुनि पुरजन बानी। मंदोदरी अधिक अकुलानी।।
रहसि जोरि कर पति पग लागी। बोली बचन नीति रस पागी।।
कंत करष हरि सन परिहरहू। मोर कहा अति हित हियँ धरहु।।
समुझत जासु दूत कइ करनी। स्त्रवहीं गर्भ रजनीचर धरनी।।
तासु नारि निज सचिव बोलाई। पठवहु कंत जो चहहु भलाई।।
तब कुल कमल बिपिन दुखदाई। सीता सीत निसा सम आई।।
सुनहु नाथ सीता बिनु दीन्हें। हित न तुम्हार संभु अज कीन्हें।।
दोहा/सोरठा
-राम बान अहि गन सरिस निकर निसाचर भेक।
जब लगि ग्रसत न तब लगि जतनु करहु तजि टेक।।36।।
चौपाई
prabhu pada paṃkaja nāvahiṃ sīsā. garajahiṃ bhālu mahābala kīsā..
dēkhī rāma sakala kapi sēnā. citai kṛpā kari rājiva nainā..
rāma kṛpā bala pāi kapiṃdā. bhaē pacchajuta manahuom giriṃdā..
haraṣi rāma taba kīnha payānā. saguna bhaē suṃdara subha nānā..
jāsu sakala maṃgalamaya kītī. tāsu payāna saguna yaha nītī..
prabhu payāna jānā baidēhīṃ. pharaki bāma aomga janu kahi dēhīṃ..
jōi jōi saguna jānakihi hōī. asaguna bhayau rāvanahi sōī..
calā kaṭaku kō baranaiṃ pārā. garjahi bānara bhālu apārā..
nakha āyudha giri pādapadhārī. calē gagana mahi icchācārī..
kēharināda bhālu kapi karahīṃ. ḍagamagāhiṃ diggaja cikkarahīṃ..
चौपाई
uhāom nisācara rahahiṃ sasaṃkā. jaba tē jāri gayau kapi laṃkā..
nija nija gṛhaom saba karahiṃ bicārā. nahiṃ nisicara kula kēra ubārā..
jāsu dūta bala barani na jāī. tēhi āēom pura kavana bhalāī..
dūtanhi sana suni purajana bānī. maṃdōdarī adhika akulānī..
rahasi jōri kara pati paga lāgī. bōlī bacana nīti rasa pāgī..
kaṃta karaṣa hari sana pariharahū. mōra kahā ati hita hiyaom dharahu..
samujhata jāsu dūta kai karanī. stravahīṃ garbha rajanīcara dharanī..
tāsu nāri nija saciva bōlāī. paṭhavahu kaṃta jō cahahu bhalāī..
taba kula kamala bipina dukhadāī. sītā sīta nisā sama āī..
sunahu nātha sītā binu dīnhēṃ. hita na tumhāra saṃbhu aja kīnhēṃ..