चौपाई
सुनु खगेस नहिं कछु रिषि दूषन। उर प्रेरक रघुबंस बिभूषन।।
कृपासिंधु मुनि मति करि भोरी। लीन्हि प्रेम परिच्छा मोरी।।
मन बच क्रम मोहि निज जन जाना। मुनि मति पुनि फेरी भगवाना।।
रिषि मम महत सीलता देखी। राम चरन बिस्वास बिसेषी।।
अति बिसमय पुनि पुनि पछिताई। सादर मुनि मोहि लीन्ह बोलाई।।
मम परितोष बिबिध बिधि कीन्हा। हरषित राममंत्र तब दीन्हा।।
बालकरूप राम कर ध्याना। कहेउ मोहि मुनि कृपानिधाना।।
सुंदर सुखद मिहि अति भावा। सो प्रथमहिं मैं तुम्हहि सुनावा।।
मुनि मोहि कछुक काल तहँ राखा। रामचरितमानस तब भाषा।।
सादर मोहि यह कथा सुनाई। पुनि बोले मुनि गिरा सुहाई।।
रामचरित सर गुप्त सुहावा। संभु प्रसाद तात मैं पावा।।
तोहि निज भगत राम कर जानी। ताते मैं सब कहेउँ बखानी।।
राम भगति जिन्ह कें उर नाहीं। कबहुँ न तात कहिअ तिन्ह पाहीं।।
मुनि मोहि बिबिध भाँति समुझावा। मैं सप्रेम मुनि पद सिरु नावा।।
निज कर कमल परसि मम सीसा। हरषित आसिष दीन्ह मुनीसा।।
राम भगति अबिरल उर तोरें। बसिहि सदा प्रसाद अब मोरें।।
चौपाई
काल कर्म गुन दोष सुभाऊ। कछु दुख तुम्हहि न ब्यापिहि काऊ।।
राम रहस्य ललित बिधि नाना। गुप्त प्रगट इतिहास पुराना।।
बिनु श्रम तुम्ह जानब सब सोऊ। नित नव नेह राम पद होऊ।।
जो इच्छा करिहहु मन माहीं। हरि प्रसाद कछु दुर्लभ नाहीं।।
सुनि मुनि आसिष सुनु मतिधीरा। ब्रह्मगिरा भइ गगन गँभीरा।।
एवमस्तु तव बच मुनि ग्यानी। यह मम भगत कर्म मन बानी।।
सुनि नभगिरा हरष मोहि भयऊ। प्रेम मगन सब संसय गयऊ।।
करि बिनती मुनि आयसु पाई। पद सरोज पुनि पुनि सिरु नाई।।
हरष सहित एहिं आश्रम आयउँ। प्रभु प्रसाद दुर्लभ बर पायउँ।।
इहाँ बसत मोहि सुनु खग ईसा। बीते कलप सात अरु बीसा।।
करउँ सदा रघुपति गुन गाना। सादर सुनहिं बिहंग सुजाना।।
जब जब अवधपुरीं रघुबीरा। धरहिं भगत हित मनुज सरीरा।।
तब तब जाइ राम पुर रहऊँ। सिसुलीला बिलोकि सुख लहऊँ।।
पुनि उर राखि राम सिसुरूपा। निज आश्रम आवउँ खगभूपा।।
कथा सकल मैं तुम्हहि सुनाई। काग देह जेहिं कारन पाई।।
कहिउँ तात सब प्रस्न तुम्हारी। राम भगति महिमा अति भारी।।
चौपाई
sunu khagēsa nahiṃ kachu riṣi dūṣana. ura prēraka raghubaṃsa bibhūṣana..
kṛpāsiṃdhu muni mati kari bhōrī. līnhi prēma paricchā mōrī..
mana baca krama mōhi nija jana jānā. muni mati puni phērī bhagavānā..
riṣi mama mahata sīlatā dēkhī. rāma carana bisvāsa bisēṣī..
ati bisamaya puni puni pachitāī. sādara muni mōhi līnha bōlāī..
mama paritōṣa bibidha bidhi kīnhā. haraṣita rāmamaṃtra taba dīnhā..
bālakarūpa rāma kara dhyānā. kahēu mōhi muni kṛpānidhānā..
suṃdara sukhada mihi ati bhāvā. sō prathamahiṃ maiṃ tumhahi sunāvā..
muni mōhi kachuka kāla tahaom rākhā. rāmacaritamānasa taba bhāṣā..
sādara mōhi yaha kathā sunāī. puni bōlē muni girā suhāī..
rāmacarita sara gupta suhāvā. saṃbhu prasāda tāta maiṃ pāvā..
tōhi nija bhagata rāma kara jānī. tātē maiṃ saba kahēuom bakhānī..
rāma bhagati jinha kēṃ ura nāhīṃ. kabahuom na tāta kahia tinha pāhīṃ..
muni mōhi bibidha bhāomti samujhāvā. maiṃ saprēma muni pada siru nāvā..
nija kara kamala parasi mama sīsā. haraṣita āsiṣa dīnha munīsā..
rāma bhagati abirala ura tōrēṃ. basihi sadā prasāda aba mōrēṃ..
चौपाई
kāla karma guna dōṣa subhāū. kachu dukha tumhahi na byāpihi kāū..
rāma rahasya lalita bidhi nānā. gupta pragaṭa itihāsa purānā..
binu śrama tumha jānaba saba sōū. nita nava nēha rāma pada hōū..
jō icchā karihahu mana māhīṃ. hari prasāda kachu durlabha nāhīṃ..
suni muni āsiṣa sunu matidhīrā. brahmagirā bhai gagana gaombhīrā..
ēvamastu tava baca muni gyānī. yaha mama bhagata karma mana bānī..
suni nabhagirā haraṣa mōhi bhayaū. prēma magana saba saṃsaya gayaū..
kari binatī muni āyasu pāī. pada sarōja puni puni siru nāī..
haraṣa sahita ēhiṃ āśrama āyauom. prabhu prasāda durlabha bara pāyauom..
ihāom basata mōhi sunu khaga īsā. bītē kalapa sāta aru bīsā..
karauom sadā raghupati guna gānā. sādara sunahiṃ bihaṃga sujānā..
jaba jaba avadhapurīṃ raghubīrā. dharahiṃ bhagata hita manuja sarīrā..
taba taba jāi rāma pura rahaūom. sisulīlā bilōki sukha lahaūom..
puni ura rākhi rāma sisurūpā. nija āśrama āvauom khagabhūpā..
kathā sakala maiṃ tumhahi sunāī. kāga dēha jēhiṃ kārana pāī..
kahiuom tāta saba prasna tumhārī. rāma bhagati mahimā ati bhārī..