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आला रे आला गणपती आला
मागतो मी पांडुरंगा फक्त एक दान
जय पवन पुत्र हनुमान की
हे अंजनी सूत हनुमान पधारो म्हारे
नाचे छमा छम काली ये मइयां
हे सरस्वती माँ ज्ञान की देवी किरपा करो
सानू तेरे ही मिलन दा चा
तप में है मगन जोगिया शंकरा
तेरी काया की हवेली बन्दे एक दिन डह
नचा माँ अज सारी रात
सुवटा रे सुवटा खाटू की नगरी जा
मंदिर के पट सांवरिया कब तू खोले गा
जो किसी से न केह पाओ
मन में ये विश्वास लेके आया हु
मैं तो हो गई रे प्रेम दीवानी
सज गयो सरकार देखो
हारे के सहारे बेटा पुकारे
श्री रामचंद्र भगवान की है आरती
पार लगावो भव से हरि मोहे
गुरुदेव हमें तेरी बड़ी याद सताती है
राम को मांग ले मेरे प्यारे
चलो भगतो मेरे संग चलो दरबार चलो
श्याम तुम ही बताओ ना ये कैसा अपना नाता
माँ खेडदी मन्दिरा च गेंद ते गोटी
मन में ये विश्वाश लेके आया हु तेरे
सबको देती है मईया
शुकराना गुरु जी तेरा
मैया के नवरातो वाली रात है
क्या करूँ मेरा कान्हा काला है
भज ले अब तू ॐ नमः शिवाये
बात बता दे ओ कान्हा
बाबा तेरी किरपा से साँसे मेरी चलती है
दिल लगन लगा दो बाला जी श्री राम प्यारे
भोला अघोरी शंकर नाचे
मैया दोडी दोडी आजा मेरी मात आज जगराते
चिंताए हर के बाबा कष्टों का करते है
गणपत गोरी लाल तेरी हो रही जय जय कार
श्याम सलोने सुनले पुकार
मुझे दास अपना बना लो माँ
सांवरे तेरे चरणों में हम आ गए
ओ कान्हा तेरी बांसुरी नीद चुराए
अमर नाथ शिव सब के पालन हारी है
अपने दिल में वसा लो महादेव को जगा लो
कान्हा घर आये
है तीनो लोको में हो रही माँ की जय जय कार
म्हारी बिगड़ी बना दे दर्शन पाउगी पिया
अर्जी लगावा जी
मैं मीरा दीवानी हु दीवानी मैं श्याम की
ऐसे बजरंगी हनुमान मेरे बाला जी हनुमान
शिव शंकर का ध्यान लगा के
खाटू में बैठा मेरा बाबा श्याम
आली री मोहे लागे वृन्दावन
खाटू में बाबा तेरो निराला धाम
मेरा श्याम रंगीला पलका उघाड़ो फागन आ
लाडला मैं तो श्री जी का प्यारा मैं तो
तू जो रूठा तो मैं जाऊँगा कहाँ
रंग दे चुनरिया ओ गिरधारी रंग दे
खाटू की नगरी में बैठा देव धणी मतवाला
ताहियो गूंज दे जय कारे हर गली मोड़ ते
अपने ही रंग विच रंग
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