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मेरे घर भी आना, ओ कान्हा, तोहे माखन
मुझे मुरली आ के सुनना,, तोहे माखन
बैठी सजाके दरबार चामुंडा महारानी,
खड़ा निज नाथ सेवा में बता दो क्या चढ़ा
बता दो क्या चढ़ा दू में बता दो क्या
आज सुदामा किशन घर आये ॥
किशन घर आये , मोहन घर आये ॥
है चारों ग्रंथ में साईं हरी अनंत में
चारो दिशाओ में है बाबा मेरे पथ पंथ में
आज बेटी जनक की अवध को चली
मां की ममता चली घर की लक्ष्मी चली ॥
चिंता न कर भगता मैया मेहर करूगी,
चिंतपूर्णी मैया तेरी चिंता हरु गी,
शिव जी भुला रहे है शिव धाम को चलो,
घट भर के गंगा जल से कावड़ लिए भरो,
चलो चलो झूम के चलो चलो शिर्डी धाम,
करते चलो सभी जय साईं राम,
जदो दी मियां जी तेरे लड़ लग गई आ,
मैं तर गई आ मैं तर गई आ,
दर्शन दो,दर्शन दो,दर्शन दो
तेरी मेरिये कहानी अमाइये कई सदियां
दोहा - पहले गणपति पूज के पाछे करिये काज,
बीच सभा में बैठयां मेरी पत रखियों
मैं विशाये तेरे रहावा विच नैन दातिए,
मैनु तेरियां उडीका सदा रेहन दातिए,
बजे ढोल शहनाइयां हूँ सब न वदाइयां,
आगे भगत प्यारे देखो सज धज के,
लंका गढ़ में कूद गया हो गया मोटा चाला,
जिस ने हनुमत देख लिया वो खा के पड़ा
भजले श्याम फिर ये जनम दोबारा मिले ना
मझदार में माजी तो मिलेगा किनारा मिले
जीवन तेरे हवाले किया जीवन तेरे हवाले,
विश्वाश नहीं है तो कोरे कागज पे लिख
आरती कीजै श्री रघुवर जी की,
सतचित आनंद शिव सुंदर की,
शुकर संवारे तेरा शुकर संवारे,
ये ज़िन्दगी रही है गुजर संवारे,
दोहा - पवन तनय संकट हरण मंगल मूरत रूप ।
राम लखन सीता सहित ह्रदय बसौ सुर भूप ॥
कई देवता इस दुनिया में सबके रूप सुहाने
शिरडी में जो सज कर बैठा हम उसके दीवाने
माँ का प्यार बरसता है,
सावन भहदो जैसे मैया तेरे आंगन में,
संग गोपियन रास रचाये कान्हा जी
छेड़े सबको बाज ना आये कान्हा जी
ओए होये श्याम क्या मेरा रे,
ये कोठी और कार ये मेरा घर भार सब तेरा है
आया आया मेला भगतो श्याम धनि का,
भीड़ लगी है श्याम के दर पे,
तू ही आधार मेरा दिल से कहता हु एक श्याम
भारत के बॉर्डर पे मोदी खड़ा है सीना
कान खोल के बात मेरी सुन ले पाकिस्तान,
झूठी दुनिया दी मेनू कोई लोड न,
मेरा मैयां तो वगैर कोई होर न,
करे मेहर दी छां,मेरा पौनाहारी,
लेखा नु निखार देवे जीवन संवार देवे,
हारां वाले जिह्ना उत्ते मेहर करदे,
नजर ना आउंदे ओह ता झोली भरदे,
अर्शां तों डिगियाँ दा जोगी ही सहारा
चरना विच ताहिओ झुक्दा जग सारा है,
मीरा कहंदी माये नि जाना सतगुरु दे कोल,
टूटे दिल नु थमियाँ दिंदे नि संता दे
उडी वे कबुतरा तू गुफा वाल जाई,
ख़त ले के जोगी दे वल जाई वे,
पहले नही देखा कैसे हो भरोसा इतना बता
तेरी रामजी से क्या पहचान,
मैया आबि गेलयो हम तोहार दुअरी,
तोहार दुअरी हो सोहजाना नगरी,
मन मोह लिया , कुण्डला वाले ने ,
बंसी दी तान सुना के
हूँ ना तोड़ी जोगी वे मेरी प्रेम वाली
ओ प्रेम वाली डोर जोगी प्रेम वाली डोर,
वे रोइयाँ बालका वे गौआ तेरे जान ते,
तेरे जान दा मनाया सोग भारा,
खिच के लिआयाँ तेरा प्यार जोगियां,
सहनु दर्श दिखा
सावन की बरसी ठंडी फुहार,
पेड़ो पे झूलो की लगी कतार,
हरि का नाम सूमर सूख दाही,
भजन करो भाई ये जीवन दो दिन का,
हे डमरूधर शिव नटराजन, हम भी तुमको दिल
जोगियां सुनेहरी जटा वालियां मैं तेरी
चरना दे नाल ला ले मैं दर ते आन खलो गई आ,
जदों दुनियां ने मेथो अख फेरी,
गुरा ने मेरी बाह फड़ लई,
हरी हर एक हैं दोनो ना ये कम है ना वो कम
ये रहते है हिमालये में वो रहते शीर
हंस पे सवार होके, आवो मेरी मईया ॥
विनती करूँ मैं हाथ जोड़ हो,
जय गणपति वंदन गणनायक ॥
तेरी छवि अति सुंदर सुखदायक ॥
मैनु छड के जान वालिया मेरा कसूर की है,
मेरे नाल प्यार पाके कमली दा दिल चुरा
में मनावा श्याम नु ते श्याम मनावे
मैं रिजवा श्याम न ते श्याम रिजावे
मैं तो सांवरिया से मिलने वृन्दावन जाऊ
वृन्दावन जाऊ गी सखी वृद्धावन जाऊ गी,
मेरा कान्हा रूसिया ओये दस किवे मनावा
मेरा दिल पेया करदा है मैं लाड लड़ावा
नजर में आ जाओ,
नजर में आ जाओ घनश्याम आँखे चार हो जाए,
पलके उठा के सवारे एक बार देखलो,
आँखों से मेरी बह रही धार देखलो.
देखो देवघर देखो भोले का शहर देखो,
एक एक करके दिखाऊंगा मैं बाबा धाम तुझको
मन भुला न कर तू जपा कर राधे राधे,
पल पल जपा कर तू रटा कर राधे राधे,
मिल गया तेरे दर पे आकर जो कभी सोचा न था,
हो गया वो मुझको हासिल जिसके मैं काबिल
ओ वाली सारे जग दा किना सोना लगदा,
ओ आया ओ आया नन्द लाल,
नि रंगा तो मैं फिर बच्दी श्याम होलियां
नि आंद्रा च फिरा लुक दी पिचकारी ओ ते
तेरा पर्दा जुलम बड़ा करदा,
हये पर्दा तेरा पर्दा
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