Lyrics - Baba Balak Nath Bhajans





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मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
रसिया को नार बनावो री रसिया को
रसिया को नार बनावो री रसिया को
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हारना, शंकर संकट हारना
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,

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बजरंगबली हनुमान,
सब तेरे है संतान,
लिख दी मैंने, कर दी मैंने,
जिंदगी, बिहारी जी के नाम
मेरा हाथ पकड़ ले रे,
कान्हा दिल मेरा घबराये,
गीली रेत विच लिपटा मारे के श्याम मेरा
श्याम मेरा निक्का जेहा, गोपाल मेरा
बल्ले बल्ले मैं दाता दा फ़क़ीर हो गया,
ओहदे रंगां विच रंगी तस्वीर हो गया...