Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

एक तुम्हीं आधार सद्गुरु एक तुम्हीं आधार...

एक तुम्हीं आधार सद्गुरु एक तुम्हीं आधार...

जब तक मिलो ना तुम जीवन में,
शांति कहां मिल सकती मन में,
खोज फिरा संसार सतगुरु एक तुम्हीं आधार,
एक तुम्हीं आधार सद्गुरु एक तुम्हीं आधार...

कैसा भी हो तेरन हारा,
मिले ना जब तक शरण सहारा,
हो ना सका उस पार सतगुरु एक तुम्हीं आधार,
एक तुम्हीं आधार सद्गुरु एक तुम्हीं आधार...

हे प्रभु तुम ही विविध रूपों में,
हमें बचाते भव कुपो से,
ऐसे परम उदार सतगुरु एक तुम्हीं आधार,
एक तुम्हीं आधार सद्गुरु एक तुम्हीं आधार...

हम आए हैं द्वार तुम्हारे,
अब उद्धार करो दुख हारे,
सुन लो दास पुकार सतगुरु एक तुम्हीं आधार,
एक तुम्हीं आधार सद्गुरु एक तुम्हीं आधार...

छा जाता जग में अंधियारा,
जब पानी प्रकाश की धारा,
आया तेरे द्वार सतगुरु एक तुम्हीं आधार,
एक तुम्हीं आधार सद्गुरु एक तुम्हीं आधार...

एक तुम्हीं आधार सद्गुरु एक तुम्हीं आधार...



ek tumheen aadhaar sadguru ek tumheen aadhaar...

ek tumheen aadhaar sadguru ek tumheen aadhaar...

jab tak milo na tum jeevan me,
shaanti kahaan mil sakati man me,
khoj phira sansaar sataguru ek tumheen aadhaar,
ek tumheen aadhaar sadguru ek tumheen aadhaar...

kaisa bhi ho teran haara,
mile na jab tak sharan sahaara,
ho na saka us paar sataguru ek tumheen aadhaar,
ek tumheen aadhaar sadguru ek tumheen aadhaar...

he prbhu tum hi vividh roopon me,
hame bchaate bhav kupo se,
aise param udaar sataguru ek tumheen aadhaar,
ek tumheen aadhaar sadguru ek tumheen aadhaar...

ham aae hain dvaar tumhaare,
ab uddhaar karo dukh haare,
sun lo daas pukaar sataguru ek tumheen aadhaar,
ek tumheen aadhaar sadguru ek tumheen aadhaar...

chha jaata jag me andhiyaara,
jab paani prakaash ki dhaara,
aaya tere dvaar sataguru ek tumheen aadhaar,
ek tumheen aadhaar sadguru ek tumheen aadhaar...

ek tumheen aadhaar sadguru ek tumheen aadhaar...



A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
Key Importance Of Bhav And Ras In Krishna BhaktiWhy Should One Do Bhakti? 80 Facts About Bhakti [Must Read]7 Amazing Ways In Which Devotees Easily Overcome PainThe Four Main Vaishnav Sampradayas & ISKCON



Bhajan Lyrics View All

तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से ,
मैया करादे मेरो ब्याह,
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
ਮੇਰੇ ਕਰਮਾਂ ਵੱਲ ਨਾ ਵੇਖਿਓ ਜੀ,
ਕਰਮਾਂ ਤੋਂ ਸ਼ਾਰਮਾਈ ਹੋਈ ਆਂ
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥

New Bhajan Lyrics View All

झूलो कदम की डाल पडियो जी कोई झूलों
झूलो झुलावा जी कान्हा तान्हे चाव सु  
मोहन बन गए नर से नार
छमछम नाचे कृष्ण मुरार
क्या सोच करें पागल मनवा,
जो बीत गया सो बीत गया,
जो भजते मुझे भाव से, मैं उनका ही बन जाता
हो गुरुवर प्यारे, ये भक्त तुम्हारे,
आये है तेरे द्वारे, गुरु चरणों की छाँव