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मानुष जनम अनमोल रे,
इसे मिट्टी मे ना घोल रे,

मानुष जनम अनमोल रे,
इसे मिट्टी मे ना घोल रे,
अभी जो मिला है फ़िर ना मिलेगा,
कभी नहीं, कभी नहीं, कभी नहीं रे,
राम नाम तू बोल  रे,
अभी जो मिला है फिर ना मिलेगा,
कभी नहीं, कभी नहीं, कभी नहीं रे,
जय राम, मेरे राम।
तू सत्संग में जाया कर,
गीत प्रभु के गाया कर,
साँझ सवेरे बैठ के बन्दे,
मन की प्रभु को बताया कर,
अभी जो मिला है फिर ना मिलेगा,
कभी नहीं, कभी नहीं, कभी नहीं रे।
तू है बुलबुला पानी का,
मत कर जोर जवानी का,
समझ समझ के कदम रखो,
पता नही ज़िन्दगानी का,
सबसे मीठा बोल रै,
इस तन को राम में घोल रे,
अभी जो मिला है फिर ना मिलेगा,
कभी नहीं, कभी नहीं, कभी नहीं रे।
मतलब का संसार है,
इसका क्या ऐतबार है,
ये झूठा सपना है,
फूल नहीं अंगार है,
मन की आँखें खोल रे,
इस तन को राम में घोल रे,
अभी जो मिला है फिर ना मिलेगा,
कभी नहीं, कभी नहीं, कभी नहीं रे।
मानुष जनम अनमोल रे,
इसे मिट्टी मे ना घोल रे,
अभी जो मिला है फ़िर ना मिलेगा,
कभी नहीं, कभी नहीं, कभी नहीं रे,
राम नाम तू बोल  रे,
अभी जो मिला है फिर ना मिलेगा,
कभी नहीं, कभी नहीं, कभी नहीं रे,
जय राम, मेरे राम।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 



maanush janam anamol re,
ise mitti me na ghol re,
abhi jo mila hai ir na milega,
kbhi nahi,

maanush janam anamol re,
ise mitti me na ghol re,
abhi jo mila hai ir na milega,
kbhi nahi, kbhi nahi, kbhi nahi re,
ram naam too bol  re,
abhi jo mila hai phir na milega,
kbhi nahi, kbhi nahi, kbhi nahi re,
jay ram, mere ram.
too satsang me jaaya kar,
geet prbhu ke gaaya kar,
saanjh savere baith ke bande,
man ki prbhu ko bataaya kar,
abhi jo mila hai phir na milega,
kbhi nahi, kbhi nahi, kbhi nahi re.
too hai bulabula paani ka,
mat kar jor javaani ka,
samjh samjh ke kadam rkho,
pata nahi indagaani ka,
sabase meetha bol rai,
is tan ko ram me ghol re,
abhi jo mila hai phir na milega,
kbhi nahi, kbhi nahi, kbhi nahi re.
matalab ka sansaar hai,
isaka kya aitabaar hai,
ye jhootha sapana hai,
phool nahi angaar hai,
man ki aankhen khol re,
is tan ko ram me ghol re,
abhi jo mila hai phir na milega,
kbhi nahi, kbhi nahi, kbhi nahi re.
maanush janam anamol re,
ise mitti me na ghol re,
abhi jo mila hai ir na milega,
kbhi nahi, kbhi nahi, kbhi nahi re,
ram naam too bol  re,
abhi jo mila hai phir na milega,
kbhi nahi, kbhi nahi, kbhi nahi re,
jay ram, mere ram.
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 







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