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रे मन हरि सुमिरन करि लीजे

रे मन हरि सुमिरन करि लीजे

हरि को नाम प्रेमसों जपिये,
हरि रस रसना पीजै
हरि गुन गाइय, सुनिये निरंतर,
हरिचरनन चित दीजै
रे मन हरि सुमिरन करि लीजे...

हरिभगतन की सरन ग्रहन करि,
हरि सँग प्रीत करीजै
हरिसम हरि जन समुझि मनहिं मन ,
तिनकौ सेवन कीजै
रे मन हरि सुमिरन करि लीजे...

हरि केहि बिधिसों हमसों रीझै,
सो ही प्रश्न करीजै
हरिजन हरिमारग पहिचानै,
अनुमति देहिं सो कीजै
रे मन हरि सुमिरन करि लीजे...

हरि हित खाइये, पहिरिये हरिहित,
हरिहित करम करीजै
हरिहित हरिसन सब जग सेइय,
हरिहित मरिये जीजै
रे मन हरि सुमिरन करि लीजे...

रे मन हरि सुमिरन करि लीजे



re man hari sumiran kari leeje

re man hari sumiran kari leeje

hari ko naam premason japiye,
hari ras rasana peejai
hari gun gaaiy, suniye nirantar,
haricharanan chit deejai
re man hari sumiran kari leeje...

haribhagatan ki saran grahan kari,
hari sang preet kareejai
harisam hari jan samujhi manahin man ,
tinakau sevan keejai
re man hari sumiran kari leeje...

hari kehi bidhison hamason reejhai,
so hi prashn kareejai
harijan harimaarag pahichaanai,
anumati dehin so keejai
re man hari sumiran kari leeje...

hari hit khaaiye, pahiriye harihit,
harihit karam kareejai
harihit harisan sab jag seiy,
harihit mariye jeejai
re man hari sumiran kari leeje...

re man hari sumiran kari leeje







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