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खैर झोली विच पुत्र दी पा दे तानिया तो
मैं मंगदी नि मैल माड़ी आ,
नवरातेया दे विच मेले लगदे मेरी मियां
मैया दे द्वारे शेरावाली दे द्वारे,
मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे
मेरे देश की धरती..
जिह्ना दियां रोज रोज फसल उजाड़ियाँ,
घर घर मच गई दुहाई जोगियां,
सुन बेटा सुन मेरे लाड ले,
माँ धरती का ऋण जरा बेटे तू चूका देना,
मेरी माँ दा है भवन रंगीला,के छेल छबीला,
के उते माँ बूंदा बरस रहियाँ,
जदो दुनिया ने मेथो अख फेरी गुरा ने
मेरी तार दिति दुभ्दी होइ वेहड़ी,
पौनहारियाँ गुलाब देया फुला मैं रखा
तनु नजर मेरी न लग जावे मैं तका तनु सामब
शेरावाली माँ तेरा शुकर करा,
मेहरा वाली माँ तेरा शुकर करा,
राम की माया जग में छाया प्रभु है मेरे
भजले राम राम राम,
बाबा तूने भक्तों को सब कुछ दिया,
जिसने बालाजी तेरा सिमरन किया,
राम वसदे ने अंदर तेरे,
तू बाहर कानू लब्दा फिरे,
साई मेरे राम है साई मेरे श्याम है,
मुझे नहीं दुनिया से साई जी से काम है,
हथा विच झंडे फड़ के किने सोहने जचदे,
मैया दे भगत आके नच दे न थकदे,
धरती प्यारी माँ हमारी माँ से प्यारी
लूट ती है माँ की आरबु फिर भी हम मौन है,
मेरे श्याम पिया दिल तुझको दियां तू है
तुझे देखु न जब तक आँखों से नहीं
भगत के वश में है भगवान,
भक्त बिना ये कुछ भी नहीं है,
आजा सतगुरु प्यारिया उडीका मैनु
कदो गल्ला होण गियां तेरिया ते मेरियाँ,
ताज महल से प्यारा खाटू धाम है,
लाल किले से प्यारा तोरण दरबार है,
अब तो साई नाथ तेरे दर पे देखो आये है,
हम तो साई नाथ तेरे दर पर चले आये है,
तेरे नाम दा सिमरन करदी ओ गोआ नु चरोन
हो आके दर ते हज़ारियाँ भरदी ओ गोआ नु
याहा अमन हो प्यार हो,
खुशियों का संसार हो,
कल कल करते ही सारा ही ये जीवन निकल चला,
अब तो तू एह मूरख बंदे करले काम भला.
मेरी माता दे दरबार ज्योता जाग रहियाँ,
शेरावाली दे दरबार ज्योता जाग रहियाँ,
घर भगता दे आउने माँ ले खुशिया भरियाँ
भेटा गौण गियां संगता जगराते वाली रात,
जो देते लहू वतन को,
जो महकाते उपवन को,
सलाम उन शहीदो को जो खो गये,
वतन को जगा कर जो खुद सो गये,
मेरे साई का चोला मन को भाये,
सादा सलोना दिल को लुभाये,
कोई और नही रे श्याम सरीखो,
दूजो लख दातार कोई और नही,
कान्हा की मैं तो दीवानी रे,
मेरा कान्हा दीवाना,
मैनु मंगने दा वल नहीं आउंदा,
तू आपे खैरा पा दे जोगियां
अगर श्याम बंसी बजाई न होती,
कोई प्रेमिका मुस्कुराई न होती,
दुःख कलेश मिटावे जोगी दा चिमटा,
जदो वज्दा मन नु भावे जोगी दा चिमटा,
अनेकता में एकता विशेषता हमारी है,
सारी दुनिया में गूंजे थारो नाम ओ खाटू
तेरी याद सतावे हो घाटे वाले मने
जोगियां जोगियां मैं बाबा का जोगियां,
जिसने देखा साई का जलवा,
आवो भोग लगावो बाबा जी आवो भोग लगावो,
रोटा नु भोग लगावो बाबा जी रोटा न भोग
हंसा ये पिंजरा नहीं तेरा,
माँ रख ले लाज गरीब दी रख ले लाज गरीब दी,
तू लेखा दी लेख लिखाई मेरी बदल दे रेख
भुक्ति मुक्ति सुख शांति प्रदायिनी
जय तम भंजिनी जन मन रंजिनी जयति जयति ज??
ये गणतंत्र दिवस है प्यारा इसे मनाऊ रे,
सब से पावन पर्व हमारा इसे मनाऊ रे,
मेरी माँ देवी मेरी रख ले लाज,
अम्बे माँ अम्बे मेरी रख ले लाज,
संगता दुरो चल के आइया दर्शन देदो बाबा
दर्शन देदो बाबा जी झोलियाँ भर दो बाबा
जगमग हो रही हिमालये में फेल रहा था
पहाड़ उठा के चल पड़ा वो माँ अंजनी का
मेरे जोगी दा चिमटा भजदा जोगी दा चिमटा
पौणाहारी दा चिमटा भजदा,
जय बाबा की जय बाबा की करता जाऊ गा,
उस मेहंदीपुर के बाबा तने हाल सुनाऊ गा,
सँवारे का भक्तो ने ऐसा किया शृंगार है,
खूब सजी है खाटू नगरी,
शेरावालिये तेरा जगराता हो,
मइयां तू जग जगननी माता हो,
दातिए आया माँ तेरे दरबार,
भूली मत जांदी छड़ी मत जांदी,
म्हारो छोटो सो परिवार,थासु विनती
म्हारे,आंगने में सुख बरसाता रहीज्यो
याद में तेरी कृष्ण मुरारी जोगन हो गई
ढूंढ रही पनघट पे तुझको रो रो कर सखियाँ
के मीरा ज़हर का प्याला पी गई रे,
श्याम नाम की डोर पकड़ कर पार उतर गई रे,
मेरे दिल की पतंग कट गई,
के मुरली वाला लूट ले गया,
राम नाम की माला जपले धार ले मन व धीर,
पीढ़ सब मिट जायेगी,पीढ़ सब मिट जायेगी,
होवे गी जरूर किरपा मेरे श्याम की तुम
करेंगे खाटू के श्याम कर्म देखना,
जब खाटू नगर जाना ये बात मत भुलाना,
लूट ता वह खजाना खाली हाथ जाओ गये,
हुआ दूर गम उसको आराम आया,
बंदा जो भी खाटू धाम आया,
सुख दुःख में तुम्ही साथी हो मेरे,
कुछ कैसे छुपाऊ मैं,
जो मैंने स्वर्ग से बढ़ कर यो खाटू का
हां जन्नत छोड़ दी मैंने,
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