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मन को पावन करदो गंगा,
जीवन कलश को धो धो गंगा,
गौरा जी को भोले का योगी रूप सुहाया है,
इसी लिए तप करके भोले नाथ को पाया है,
नचो नचो नचो रात जागे वाली आई है,
शेरावाली मइयां जी ने मेहर बरसाई है,
सइयां जेहड़े पासे वेखा मैनु तू दिसदा,
पत्ते पत्ते विच सइयां तेरा मुँह दिसदा,
सावरिया के ठाठ निराले ऊचे ऊचे खटके,
कही गीता ज्ञान बांटता कही फोड़ता मटके,
इक छोटा जेहा सुन ले सवाल दातिये,
साहनु अपने बनाई रखी लाल दातिये,
शेरावाली मेरी बिगड़ी बना दोगी तो क्या
भटकों को राह दिखा दो गी तो क्या होगा,
देख देख श्याम तुझे मन मेरा डोले,
वृद्धावन का पता पता श्यामा श्याम बोले,
मैं होर किते नि जाना नहीं सिर किते होर
तेरा ही कुंडा खड़काना माँ आसा तेरे ते,
बम बम बम बम भोला पेहना सन्यासी चोला,
कांधे झोला अनमोल डाल के,
मिलती है प्रेमियों की संगत कभी कभी,
चढ़ती है श्याम नाम की रंगत कभी कभी,
रो रो कर फ़रयाद कर रहा हां,
श्याम मिजाजी आजा रे,
तेरे दर्शन को अखिया है प्यासी,
तू दर्श दिखा सांवरे तू सब से महान
मैं जुगनी मैं जुगनी मैं जुगनी,
जुगनी जुगनी जुगनी रे,
विमुख शिखर से धारा धाये,राधा हरि
बाँसुरिया हरि साँवरिया की राधा गोरी
परिवार का बोझा जो , कंधो पे ढोता है ,
कोई और नहीं प्यारे , वो बाप ही होता है,
भव सागर पड़ी मेरी नैया, अब आजा रे मेरे
कहीं डूब न जाऊँ मझधार में, मेरी नैया का
मखना दा चोर ना किसे नु तारदा,
गौआ चारदा नाले ढाके मारदा,
ॐ सुखकंद से सच्चिदानन्द से याचना है,
श्रेय पथ पर चले कामना है. श्रेय पथ पर
श्री मद भगवत को नमो नमः
मेरे सतगुरु दे दरबार,
संगता आइयाँ संगता आइयाँ,
पौणाहारी दूधाधारी दी मेरे मन न मूरत
रेहमता नाल झोलियाँ भर दितिया बाबे दी
हो के सिंह सवार माँ शेरावाली आई है,
बचियाँ नु देन दिद्दार शेरवाली आई है ,
लाली मैया जी तेरे नाम वाली मेहँदी,
एह मिले न बाज़ारो तेरे चरना च रेहँदी,
सोहना है दरबार माई दा भगतो श्रद्धा नाल
आई दा हर साल माता भरदी झोलिया.
पारवती मैया जी दी अखियां दा तारा है,
शिव जी दा पुत्र एह सब न प्यारा है,
सारे कण लाके सुनो जगराते वाली गल,
बाकि दियां गलना कर लियो कल,
चारे पासे धूम मची है खुशिया दा वेला है,
मेला है मेला है शेरावाली दा मेला है,
सोहन दे महीने विच आउंदे हसदे,
मैया तेरे दर ते भगत नच्दे,
आये चाले सोहन दे अम्बे नु ध्याउन दे,
ज्योता वाली नु ध्याइये सुते भाग जगाइए
माँ दिया ज्योता च वसदा रूप माई दा,
जगमग जगमग ज्योत जो वाला रूप निराला माई
देखया मेंहदीपुर चाला रै बाला जी धाम
मूकतर सोटे वाला रे बाबा घाटे वाला रे,
वग दी आ गंगा देखो जिहदिया जटावा विच,
आसान है जिहदा बरफलियां गुफावा विच,
आज फूला वांगु साहनु महकाता शिवा जी
साहनु भगता नु मस्त बना ता शिवा जी तेरे
नचदिया जड़ो कंजका प्यारियाँ जग च
सारे पास नाल रुशवाइयाँ हुन्दियां चढ़
नटखट मेरा बांके बिहारी माखन चोर है
सूरत एहदी लागे प्यारी तक तक होये निहाल
सांवरे इतना तो कह दे,
किस से जा कर हम कहे,
जय साई राम जय हो जय साई राम,
रोम रोम में साई तेरो नाम,
अपने चरणों में रखना हमेशा साई जी,
जी रहा हु किरपा पे मैं तेरी साई जी,
हुन आजा सैया वे सोह है तनु प्यार दी,
तू की जाने कैसे बीती घड़ियाँ इंतज़ार
साँचा है तेरा दरबार मइया शेरावाली,
ऊँचे ऊँचे पर्वत वाली सचिया सचियाँ
माटी में मिले माटी पानी में पानी,
अरे अभिमानी अरे अभिमानी,
तनै तब मानू बाला जी जब झुम झुम कै आवेगा,
जब झूम झूम के आवे गए जब झूम के आवे गा,
लागी है लगन श्याम तेरे नाम की,
श्याम तेरे नाम की कन्हियाँ तेरे नाम
अस्सा मल लई तेरी ड्योडी माये नि सहनु
साडी आस न माये तोड़ी माये नि सहनु दे
बचड़े ने आउंदे दर माँ जो भुलाउंदी है,
बचा जे भुला वे माँ भी दौड़ी दौड़ी आनदी
उचियाँ पहाड़ा विच तू माँ वसदी,
सच्चे नाम वाली तेरी माँ ज्योत जग दी,
किसे रंगा रिजा नाल चोला किस रंगियां,
मेरी मैया जी दा चोला किस रंगिया,
लेलो लेलो नि मैया मेरी वंडे चूड़ियां,
मैया वंडे चूड़ियां प्रीता पा लो
आया गणेशा का सीजन करलो जी भप्पा का
मंदिर सजाओ झूमो रे गाओ मिल कर करो
माँ दा जागा करवाया घरे माँ नु भुलाया,
साढ़े खुशियां ना भर दीते पल्ले के
हर काज मेरा साई तुम ने ही सवारा है,
हर दम तू संग रहे तुम्हे जब भी पुकारा है,
माँ मैं तेरे ते लगाई आस माँ,
मेरे दिल दी भुजा दे प्यास माँ,
बोलो जय जय गणेश बोलो जय जय गणेश,
हो जांदा है जनम सुखला मिट जन्दे कलेश,
शिरडी में कशी मथुरा शिरडी में
साई की पावन नगरी में सब धामों का धाम,
कल कल करते सारा ही ये जीवन निकल चला,
अब तो तू एह मूरख बंदे करले काम भला,
दिले में ना जाने सतगुरु क्या रंग भर
छोड़ेंगे अब ना दर तेरा इकरार कर लिया
साई तेरी नजर से कही मैं उतर न जाऊ,
कोई भूल न हो ऐसी तुजसे बिशड न जाऊ,
मत खोलो हरि जी मेरा खाता,
मेरा जनम जनम का नाता,
रख लै गरीब नु गरीब जानके,
देख न प्यार साडा छान छान के,
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