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तेनु वेख वेख अख मेरी रजदी न, चीज दुनिया
तेनु वेख वेख अख मेरी रजदी न, चीज दुनिया
श्याम गोकुल में फिर से तू आजा
आज होली है रंग वर्षा जा
हे कान्हा मोहे, बहुत सतावत तोरी
हे कान्हा मोहे, बहुत सतावत तोरी
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
नैन खोल के निहार,काहे, बेक़रार हे
देख तेरा सामने , श्याम दरबार हे
कन्हैया तेरी जीभ चटोरी रे,श्याम तेरी
कोई यसोदा को जायो चोर या घर घर चर्चा हो
आँख्या को काजल थारो, होठां की लाली जी,
तो अईया की लटक न पेल्या देखि भाली जी
जय सीता राम की। जय राधे श्याम की॥
राम नाम लड्डू ,गोपाल नाम घी।
मन्दा नई जोगी हाये लख मै मना लिया
निक्की जेही गल दा पहाड़ क्यो बना लेया
लारे नीत लाया न तू कर दातिए
पाजा फेरा बच्चेया दे घर दातिए
निर्मोही नन्दलाल घणो तरसावे मतना
पुराणी यारी हे रे सांवरा भुलावे मतना
मिठो छोड़ दे तेरे गांव का लाडू महंगा
मिठो छोड़ दे.....
नदिया ना पिए कभी अपना जल, वृक्ष ना खाए
अपने तन का मन का धन का दूजों को दे जो
म्हांने जाबाधो ना, राधा रुक्मण नार
या बाई कब से उडीके म्हारी बाट,तारा से
इ ठाड़े गाढे श्याम ने मनाऊ कइया,
मनाऊ कइया, समझाऊ कइया
हे संकट मोचन करते हे वंदन,
तेरे बिना संकट कौन हरे ओ बाबा तेरे
आ मन बैठ ज़रा श्री राम जी के चरणों में
आ मन प्रीत लगा श्री राम जी के चरणों में
अधरं मधुरं वदनं मधुरं
नयनं मधुरं हसितं मधुरम् ।
मेरी गली विच आ श्यामा,राता हो जू
राता हो जू चनानिया,राता हो जू चनानिया,
सापा दी माला पा के तन ते,फिरे बबुती ला
मथे ओहदेचाँद बिराजे,बेल ते चढ़ के
प्रीता तेरे नाल लगियां वे श्यामा वे,
वे तू करदा एहे ठागिया,वे श्यामा वे,
आया हु थेरे दर पे श्रद्धा के फूल लेकर....
सेवा में दास रख लो चरणों की धुल देकर....
ऐसा प्यार बहा दे मैया, चरणों से लग जाऊ
सब अंधकार मिटा दे मैया, दरस तेरा कर
तू दयाल, दीन हौं,
तू दानी, हौं भिखारी ।
हर घड़ी याद तेरी आये सोतन वनके,
मे फिरू श्याम तेरे नाम की जोगन वनके,
काली काली अल्को के हम है दीवाने,
चरणों में रखले हमें मुरली वाले,
तुम आज मेहर बहाओ बाबा
कल शयाद तेरी मेहर न रहे,
कुण जाणे या माया श्याम की,
अजब निराली रे,
कितना प्यारा है सिंगर की तेरी रहो नज़र
तेरी रहू नजर उतार,
दरबार मे राधा रानी के,दरबार मे राधा
दुख दर्द मिटाए जाते है,दुख दर्द मिटाए
जय शिवशंकर, जय गंगाधर, करुणा-कर करतार
जय कैलाशी, जय अविनाशी, सुखराशि, सुख-सार
मृदुल भाषिणी राधा । राधा ॥
सौंदर्य राषिणी राधा । राधा ॥
राम प्रभु आधार जगत के,
राम जीवनाधार ।
पगलिया में थोड़ी पायल पहिरले कानुड़ो
नाचले रे राधा नाचले............
राम श्रीराम कुटिया में कब पधारेंगे।
बूढी भिलनी कोे प्रभु कब
हंस्लो मित्र कोनी थारो ए भोली काया
तू जाणे काया में ठग राख्यो
हमारे हैं साँवरिया सेठ , हमें किस बात
साँवरिया को रहे हरदम, मेरी हर बात की
मॉं का दरबार है यह, यहॉं मॉं का ठिकाना
मॉं के चरणों में हमें, सब ही को आना है
वे काले रंग वालिया॥
तेथो,वारी मैं जावा,बलिहारी मैं जावा,
हारा हु मैं हारा हु मैं, हारा हु मैं,
देना सहारा हारे के सहारा हो तुम,
नी मैं नचना जोगी दे नाल,
आज मेनू नाच लेनदे,
साईं तेरी याद महा सुखदायी ।
एक तुही रखवाला जग में,
नैना देवी माईये नी बूहे मन्दिरा खोल !!
बूहे मन्दिरा दे खोल , कूण्डे मन्दिरा
कान्हा मेरे हाथो से निकल गयो रे
मैं पकडन लागी फिसल गयो रे
चिन्ता दूर तेरी सब कर देगी, ले नाम तु
सिर हथ मेहरा दा धर देगी, ले नाम तु
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
हारा हु साथ नभावो बाबा,
मुझको भी गले से लगाओ न बाबा,
श्रीमन नारायण नारायण नारायण
श्रीमन नारायण नारायण नारायण
लोगो के सहारे बड़े होंगे,
मेरा तो सहारा श्याम तू है ॥
आशुतोष सशाँक शेखर चन्द्र मौली
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू कोटि नमन
हनुमत तुझको पुकारे तेरा दास रे, तेरा
ओ मेरे बाबा हनुमान रे .....हनुमत तुझको
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे,
नंदलाल सांवरिया मेरे ।
पड़ा गुरु शरण में तेरी देवो शुभ ज्ञान
धरूँ में ध्यान चरणों का तेरा ले कर के
सखा सब प्रेम से बोलो हरे रामा हरे रामा
हरे रामा हरे रामा हरे रामा हरे रामा
भर दे रे, गुरुदेव झोली भर दे, भर दे,
ना बहलाओ बातों में ।
अर्जी हमारी मर्जी तुम्हारी
हे नंद नंदन बाँके बिहारी.......॥
बृज धाम जाने वाले मेरा पैगाम लेजा।
संदेसा टूटे दिल का कान्हा के नाम
बालपना में रामदेवजी हटकिलो अतीबारी,
कैइसो हटकिलो रे बालक सोच रही माँ कारी,
अरे सुतो राणा सुख भर नींद में वादी
सूता रे राणा सपनो आवी य
शिव शंकर दे द्वारे दा नज़ारा वेखिया
उसदे दर उत्ते उन्हा दा नज़ारा वेखिया
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