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कमाओ हीरा या मोती
कफ़न में जेब नहीं होती.
शक्ति दे माँ शक्ति दे माँ, शक्ति दे माँ
पग पग ठोकर खाऊं, चल ना पाऊं, कैसे आऊं
मेरे छोटे से भगवान उनके गुन्गरण
जाओ जाओ गे कहा मुख मोड़ के,
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
दिन गये ने नवराते दे आ सहनु वी चिठ्ठी
दिन पुछदे लमे लमे साह तारिक छोटी पाई
कइया सरसी रे सांवरा,कइया सरसी
भोला टाबरिया ने भूल्या,कइया सरसी
जिस नैया के श्याम धणी हो खुद ही
वो नैया पार ही समझो,बिना पतवार ही समझो,
जब से मिली सरन, की मेरे दिन बदल गए
ऐसी लगी लगन, की मेरे दिन बदल गए
सिंदूर चढ़ाने से हर काम होता है
हनुमान को खुश करना आसान होता है
सागर से भी गेहरा बन्दे गुरु देव का
देख लगा कर गोटा इसमें तेरा बेडा पार है ,
जय माता दी, जय माता दी, सारे बोलो जय
तेरे सदके तू भेज दे दुलावा, दोनों हाथ
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेवा
काहे फेरे अखियो मे पानी,
प्रेम दिवानी मीरा कृष्ण दिवानी,
दिल मे तो श्याम नाम की ज्योति जलाके
आयेगा मेरा सॉवरा दिल से बुला के देख,
जाने वाले एक संदेसा श्याम प्रभु से कह
एक दीवाना याद में रोये उसको दर्शन दे
इस ज़माने में कलेजा तक हिला देते है
सगे भाई को जहर हसकर पिला देते है लोग,
तु मन की अति भोरी ओ मईया मोरी तू मन की
जा को घर भरियो दही माखन सू,
जनम देने वाले इतना तो बोल रे,
कैसे चकाऊ इन सांसो का मोल रे
ग्यारस के दिन, इन आँखों से, उड़ गयी
बारस के दिन,सुबह सुबह,मेरी आँख से टपका
सजने का हैं शौकीन,कोई कसार न रह जाये
ऐसा कर दो श्रृंगार,सब देखते रह जाये
आये तेरे भवन, देदे अपनी शरण,
रहे तुझ में मगन, थाम के यह चरण ।
श्याम की सरन आजा,श्याम ही सम्हालेगा
तेरी सारी विपदा का,हल वो ही निकलेगा
ओ संवारे हमको तेरा सहारा है,
तेरी रहमतो से चलता मेरा गुजरा है,
जिसने भी माँगा उसे दिया,
ओ बाबा लाख दातार,
हो तेरे बिन मेरे दादा देव , लाज मेरी कौन
कौन बचावेगा लाज मेरी कौन बचावेगा हो
केहन्दिया ते बोलिया ते गिद्दा नचदा,
अपने विआह ते भोला आप नचदा,
भव सागर को पार करे .ऐसा कुछ उपचार करे ।
मारुती नंदन की आओ, हम सब जय जयकार करे ॥
कृष्णा तेरी मुरली ते भला कौन नही
धरती चन सितारे नाच्दे सारे भगत प्यारे
सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे यह
सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे
पागल मनवा,श्याम तेरे बिन,लागे ना,
दीवाना हुआ,समझाने से, समझे ना
तेरे ही भरोसे बाबा मेरा परिवार था,मेरा
आज भी हे और कल भी रहेगा
ऐ मेरे श्याम दौड़ के आजा,
बिन तेरे ज़िन्दगी अधूरी है,
मस्ति मे रंग मस्ताने हो गये,
साई तेरे नाम के दीवने हो गये॥
राम जी के साथ जो हनुमान नही होते,
राम जी के पुरे काम नही होते,
रण में कूद पड़ी महाकाली
रण में कूद पड़ी महाकाली
तेनु चेते कर कर रोवां माँ,
हंजुआ दे हार पिरोवा माँ,
धीरे धीरे से मेरी जिंदगी मे आया
धीरे धीरे से दीवाना बनाया
असी मईया रानी जी दे, नौकर हुने आं ।
जित्थे भी बुलावे, ओत्थे हाजर हुने आं ॥
मंगलकारी शिव का नाम ।
चरण हैं शिव के सुख का धाम ॥
काल की विकरल की,
त्रिलोकेश्वर त्रिकाल की,
खोज लिया सारी दुनिया पर तुझसा नहीँ है
जो पाया खाटू नगरी में और कहीं ना पाया
सलोने सांवरे मोहन तुम्हे मन याद करता
चले आ जहा हो तुमें मिलने को मन तरस ता
ना मूरत में न तीरथ में,ना कोई निज लिफास
मुझको कहा ढूंढे बंदे मैं तेरे विश्वास
डमरू तेरा शिव शंकर डमरू वालिया,
तेरे डमरू दी मतवाली हो गई गोरा,
किसिया पहाडा दिया उते डेरा ला लिया,
गोरा अपनी नु काटो दिल चो भुला लिया ,
शिव रात दिया शिव नु बदईया,
है सज गई हिमाचल दी वादी,
मेरे दिल दिया तुही जाने जाने न कोई
मेरे दिल विच तुही वसदा वसे न कोई होर
सइयो नाच नाच शगुन मनाइए सहियो गीत
मेरा पीर साईं है आया सब खुल के नाचिये
भाव का भूखा हूँ मैं, बस भाव ही एक सार है
भाव से मुझ को भजे तो, उसका बेडा पार है
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
सिंह सवारी महिमा भारी पहाड़ो में
ब्रम्हा विष्णु शंकर भी करते माँ
जहां बॉके बिहारी ,बृषभानु दुलारी,
यही है वृन्दावन यही है वृन्दावन
कृष्णा ही तन है कृष्णा ही मान है,
कृष्णा ही हम सबके जीवन है,
शिव शंकर भोले उमापति महादेव,
शंकर शिव भोले उमापति महादेव,
होली खेल बाबा श्याम आपा चाला खाटू धाम
होली खेल रे......
जब से तूने मुझे चरणों से लगा रखा है,
तबसे हर शख से हाथो में उठा रखा है..
मैं बदला सौ बार मगर दातार नही बदला,
मेरी तरह तू मेरे सरकार नही बदला,
गुरु पूजा है भक्ति है शक्ति है
पुलक सागर के चरणों में आकर हम सारे
ये तीर नजर है या कातिल निगाहे,
बनता है जिसके भी दिल को निशाना,
पार्वती दे बूहे आगे शिवा ने नाथ बजाया,
देखो लढ़ा गोरा दा चढ़ बेल ते आया,
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