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ओ शंकर मेरे कब होंगे दर्शन तेरे
जीवन पथ पर, शाम सवेरे छाए है घनघोर
नवरात्रि के तीसरे दिन चंद्रघंटा का
मस्तक पर है अर्ध चन्द्र, मंद मंद
जय संतोषी माता, जय संतोषी माता।
अपने सेवक जन की सुख सम्पति दाता॥
तर्ज - न तुम बेवफा हो ,ना हम बेवफा हैं !!
टेक - वीर मतवाले , कसम आज खाले
फुलवारी कोई उजड़े तो माली सींच सजाए !
दुनियां में सबसे पावन भाई
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
रघुवीर तुम्हारे मन्दिर में मै भजन
घनश्याम के चरणों में मै दर्शन करने आया
मैं तो भानु बाबा के डींग जाउंगी..
मैं तो भानु बाबा के डींग जाउंगी..
वसुदेव सुतं देवं,
कंस चाणूर मर्धनं,
सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को मिल
ऐसा ही सुख मेरे मन को मिला है, मैं जब से
अयोध्या का है सुन्दर नजारा ।
ये तो तीर्थो में तीरथ है प्यारा ॥टेक ॥
अंग्रेजो को मार भगाया झाँसी वाली रानी
अंग्रेजो से करी लड़ाई झाँसी वाली रानी
गुरु सों कर ले मेल गंवारा, का सोचत
का सोचत बारम्बारा ? - २
मन के साधे सब सध जाये,
मुक्ति, मोक्ष,स्वर्ग मिल जाये.
गुरुदेवा ओ म्हारा स्वामी देवा ।
चरण कमल री करु सेवा ॥
घट घट में राम समाना,
कण कण मेँ राम समाना टेर
जीना राखियाँ तेरे ते माए डोरां,
ओह तां कड़े डोल्दे नहीं।
संगतां बड़ीयां, दर ते खड़ीयां, आई ना
सुखना दे नाल, आईआं घडीयां, आई ना वारी
बूटी हरि के नाम की सबको पिलाके पी ।
चितवन को चित के चोर से चित को चुराके पी
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
आनंद ही आनंद बरस रहा बलिहारी ऐसे
धन भाग्य हमारे आज हुए शुभ दर्शन ऐसे
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।
ओ मैं तो राह बुहारूं, ओ मेरे राम आएंगे।
बैठे बाट निहारूं, हाँ मेरे राम आएंगे ।
मिट जायेगी बन्दे रे तेरी सारी तृष्णा,
बोलो राधे कृष्णा, बोलो राधे कृष्णा।
दोहा: बेगी हरो हनुमान महाप्रभु, जो कछु
कौन से संकट मोर गरीब को जो तुम से नहीं
जप ले हरी का नाम, मेरे मन,
काहे भूलो हरी का धाम ।
नाम हरी का जप ले बन्दे,
फिर पीछे पछतायेगा ।
मेरे वेहड़े विच्च नच्चन बहारां,
वेहड़े विच्च श्याम आए ने, के वेहड़े
मेरे बांके बिहारी से नैना लड़े।
सखी नैना कड़े, सखी नैना लड़े॥
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
हे श्याम तेरी बंसी पागल कर जाती है,
मुस्कान तेरी मीठी घायल कर जाती है।
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
राम भजन कर मन,
ओ मन रे कर तू राम भजन।
नैया पड़ी मझदार,
गुरु बिना कैसे लगे पार।
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी
पवनसुत विनती बारम्बार
प्रभु का नाम जपो मन मेरे,
दूर करे वोही संकट तेरे।
दोहा: जो भी चाहे मांग ले, भगवान् के
कोई भी जाए ना खाली हाथ इस दरबार से।
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
तेरा दर्श पाने को जी चाहता है।
खुदी को मिटाने का जी चाहता है॥
बंसी की धुन पे नाची रे राधा हो के
काहना के रंग रच गयी राधा रानी।
कृष्णा कृष्णा आए कृष्णा, जगमग हुआ रे
चाँद सूरज सितारे, झुके चरणों में सारे,
आनंद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल की।
नन्द के आनंद भयो, जय कन्हिया लाल की॥
कृष्ण जिन का नाम है, गोकुल जिन का धाम
ऐसे श्री भगवान् को बारम्बार प्रणाम
मंगल मुरति राम दुलारे, आन पड़ा अब तेरे
हे बजरंगबली हनुमान , हे महावीर करो
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा
चलो देख आएं नन्द घर लाला हुआ।
यह तो नन्द जी के कुल का उजाला हुआ॥
हमारे हैं श्री गुरुदेव हमें किस बात की
हमारे साथ हैं गुरुदेव, हमें किस बात की
मैं तो तेरी दीवानी तेरा साथ चाहिए,
एक तेरा मेरे सर पे प्यारे हाथ चाहिए।
जय राधा रसिक बिहारी, श्री राधा रसिक
तेरी सूरत है प्यारी प्यारी, तेरी सूरत
मनमोहन तुझे रिझाऊं, तुझे नित नए लाड
बसा के तुझे नयन में, छिपा के तुझे नयन
यह दो अक्षर का नाम, नाम यह आता बड़े ही
जपे जा राधे राधे, रेट जा राधे राधे।
मैं तो वृन्दावन को जाऊं सखी,
मेरे नैना लगे बिहारी से।
मैं तो तेरा बैरागी माँ मैं गाऊं गली
तन का तमूरा बाजे, मन का सितार॥
नीले आकाश पे रहने वाले, अपनी छाया में
हम खिलोनों के बस में ही क्या है, जैसे
बजरंगबली मेरी नाव चली, करुना कर पार
हे महावीरा हर लो पीरा, सत्माराग मोहे
मेरे जिगर के टुकड़े तुम हो ना बेसहारे।
मैं हूँ तुम्हारी माता, तुम बेटे हो
जग की रचना रचना वाली तेरे हाथ हज़ार,
इस भाव सागर में है तेरे नाम से बेडा
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