चारो तरफ गंगोर अँधेरा कुछ भी नजर ना आये,
उलज उलज नेहरो में नैया डूब कही ना जाए,
कन्हिया कन्हिया ॥
अब तो किनारे लगादे नैया,
कन्हिया कन्हिया ॥
कश्ती हमारी टूट गई है पतवार हाथो से छुट गई है,
तुझ बिन हमारा कौन खवैया,
कन्हिया कन्हिया .....
मजधार नैया दूर किनारा तेरा भरोसा तेरा सहारा,
एक बार तो आजा बंसी बजिया,
कन्हिया कन्हिया ............
अगर तुम जो चाहो तो मंजिल मिले गी,
मिले गा किनारा संजू नैया चले गी,
लाज बचा जा लाज बचिया,
कन्हिया कन्हिया
chaaro tarph gangor andhera kuchh bhi najar na aaye,
ulaj ulaj neharo me naiya doob kahi na jaae,
kanhiya kanhiya ..
ab to kinaare lagaade naiya,
kanhiya kanhiya ..
kashti hamaari toot gi hai patavaar haatho se chhut gi hai,
tujh bin hamaara kaun khavaiya,
kanhiya kanhiya ...
majdhaar naiya door kinaara tera bharosa tera sahaara,
ek baar to aaja bansi bajiya,
kanhiya kanhiya ...
agar tum jo chaaho to manjil mile gi,
mile ga kinaara sanjoo naiya chale gi,
laaj bcha ja laaj bchiya,
kanhiya kanhiyaa
chaaro tarph gangor andhera kuchh bhi najar na aaye,
ulaj ulaj neharo me naiya doob kahi na jaae,
kanhiya kanhiya ..
ab to kinaare lagaade naiya,
kanhiya kanhiya ..