मेरे श्याम से मिला दो मुझे,
आया दर पे सुदामा ये बता दो उसे,
मेरे श्याम से मिला दो मुझे,
गरीबी लाचारी से तंग मैं आया हु,
और नहीं कुछ पास मेरे बस आंसू लाया हु,
मेरे सँवारे की एक झलक बस दिखा दो मुझे,
मेरे श्याम से मिला दो मुझे,
मेरे बचपन का साथी मेरा यार कन्हैया है,
संग में खाते थे माखन वो मुरली भजाईया है,
उसकी मुरली की इक धुन सुना दो मुझे,
मेरे श्याम से मिला दो मुझे,
कभी हरी भरी थी ढाली आज पते सूखे है,
और क्या तुम्हे बतलाऊ घर बचे भूखे है,
जाके मज़बूरी मेरी सूना दो उसे,
मेरे श्याम से मिला दो मुझे,
संदीप दीवाने ने जा कर कान्हा को बतलाया,
छोड़ दिया भोजन कान्हा ने नंगे पैर आया,
वो आकर गले से लगाया उसे,
मेरे श्याम से मिला दो मुझे,
mere shyaam se mila do mujhe,
aaya dar pe sudaama ye bata do use,
mere shyaam se mila do mujhe
gareebi laachaari se tang mainaaya hu,
aur nahi kuchh paas mere bas aansoo laaya hu,
mere sanvaare ki ek jhalak bas dikha do mujhe,
mere shyaam se mila do mujhe
mere bchapan ka saathi mera yaar kanhaiya hai,
sang me khaate the maakhan vo murali bhajaaeeya hai,
usaki murali ki ik dhun suna do mujhe,
mere shyaam se mila do mujhe
kbhi hari bhari thi dhaali aaj pate sookhe hai,
aur kya tumhe batalaaoo ghar bche bhookhe hai,
jaake mazaboori meri soona do use,
mere shyaam se mila do mujhe
sandeep deevaane ne ja kar kaanha ko batalaaya,
chhod diya bhojan kaanha ne nange pair aaya,
vo aakar gale se lagaaya use,
mere shyaam se mila do mujhe
mere shyaam se mila do mujhe,
aaya dar pe sudaama ye bata do use,
mere shyaam se mila do mujhe