ऊँगली पकड़ के ले आई मुझे,
नौरात्रि में बुलाई मुझे ,
माँ ओ मेरी माँ, मैं तेरा लाडला...
देखी ऐसी जन्नत ना देखी और कहीं,
तेरी वैष्णो नगरी है दुनिया से हंसी,
रखना मुझे चरणों तले पूजा करूँ तेरी,
तेरे बिना तू ही बता क्या ज़िन्दगी मेरी,
मैं तो तेरे बाँहों की गोद में पला,
माँ ओ मेरी माँ, मैं तेरा लाडला...
हार के जब राह में मैं थक गया था माँ,
आके उसी पल तूने पकड़ा मेरा हाथ,
ऐसी दया किस भाव पे मैया जो तूने किया,
ऐसी ख़ुशी दे दी मुझे अपना बना लिया,
तू नहीं तो दुनिया में कुछ नहीं मेरा,
माँ ओ मेरी माँ, मैं तेरा लाडला...
कैसे करूँ शुक्रिया ये तो बता,
किस जनम का मैया उपकार ये किया,
दुनिया मेरी बदलने लगी जो साथ तू मेरे,
साथी कोई तुमसे नहीं संजीव ये कहे,
प्रेम ये तुम्हारा हो कभी ना कम,
माँ ओ मेरी माँ, मैं तेरा लाडला...
ऊँगली पकड़ के ले आई मुझे,
नौरात्रि में बुलाई मुझे ,
माँ ओ मेरी माँ, मैं तेरा लाडला...
oongali pakad ke le aai mujhe,
nauraatri me bulaai mujhe ,
ma o meri ma, maintera laadalaa...
dekhi aisi jannat na dekhi aur kaheen,
teri vaishno nagari hai duniya se hansi,
rkhana mujhe charanon tale pooja karoon teri,
tere bina too hi bata kya zindagi meri,
mainto tere baanhon ki god me pala,
ma o meri ma, maintera laadalaa...
haar ke jab raah me mainthak gaya tha ma,
aake usi pal toone pakada mera haath,
aisi daya kis bhaav pe maiya jo toone kiya,
aisi kahushi de di mujhe apana bana liya,
too nahi to duniya me kuchh nahi mera,
ma o meri ma, maintera laadalaa...
kaise karoon shukriya ye to bata,
kis janam ka maiya upakaar ye kiya,
duniya meri badalane lagi jo saath too mere,
saathi koi tumase nahi sanjeev ye kahe,
prem ye tumhaara ho kbhi na kam,
ma o meri ma, maintera laadalaa...
oongali pakad ke le aai mujhe,
nauraatri me bulaai mujhe ,
ma o meri ma, maintera laadalaa...