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हम होते वन के मोर श्याम संग उड़ जाते...

हम होते वन के मोर श्याम संग उड़ जाते...

कहां के मोर कहां पर रहते,
कहां रहते नंदकिशोर श्याम संग उड़ जाते,
हम होते वन के मोर श्याम संग उड़ जाते...

मथुरा के मोर वृंदावन रहते,
गोकुल के नंदकिशोर श्याम संग उड़ जाते,
हम होते वन के मोर श्याम संग उड़ जाते...

यमुना किनारे कदम की छैया,
जहां बैठे पंख मरोड़ श्याम संग उड़ जाते,
हम होते वन के मोर श्याम संग उड़ जाते...

चुपचुप पंख गिरे धरती पर,
उन्हें बीनत ब्रज के लोग श्याम संग उड़ जाते,
हम होते वन के मोर श्याम संग उड़ जाते...

उन पंखो का मुकुट बनाकर,
वाहे पहरत नंदकिशोर श्याम संग उड़ जाते,
हम होते वन के मोर श्याम संग उड़ जाते...

चंद्र सखी ब्रिज बालकृष्ण छबि,
वाहे निरखत ब्रिज के लोग श्याम संग उड़ जाते,
हम होते वन के मोर श्याम संग उड़ जाते...

हम होते वन के मोर श्याम संग उड़ जाते...



ham hote van ke mor shyaam sang ud jaate...

ham hote van ke mor shyaam sang ud jaate...

kahaan ke mor kahaan par rahate,
kahaan rahate nandakishor shyaam sang ud jaate,
ham hote van ke mor shyaam sang ud jaate...

mthura ke mor vrindaavan rahate,
gokul ke nandakishor shyaam sang ud jaate,
ham hote van ke mor shyaam sang ud jaate...

yamuna kinaare kadam ki chhaiya,
jahaan baithe pankh marod shyaam sang ud jaate,
ham hote van ke mor shyaam sang ud jaate...

chupchup pankh gire dharati par,
unhen beenat braj ke log shyaam sang ud jaate,
ham hote van ke mor shyaam sang ud jaate...

un pankho ka mukut banaakar,
vaahe paharat nandakishor shyaam sang ud jaate,
ham hote van ke mor shyaam sang ud jaate...

chandr skhi brij baalakrishn chhabi,
vaahe nirkhat brij ke log shyaam sang ud jaate,
ham hote van ke mor shyaam sang ud jaate...

ham hote van ke mor shyaam sang ud jaate...



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