Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

ठंडे पानी में कांप रहा है तन,
उठो उठो हे सूर्य गोसाई

ठंडे पानी में कांप रहा है तन,
उठो उठो हे सूर्य गोसाई
अर्घ की घड़ी निकट है आई
जोहे है सब बाट तुम्हारे
तुमने कहां है देर लगाई
कष्ट के मारे मेरे प्रभुवर विचलित हो जाए ना मन
ठंडे पानी में कांप रहा है तन...


कोयल आई कुकन लागी,
सब ने आंखें खोली है,
जल बीच खाड़ हो बाट निहारे,
सब भक्तों की टोली है,
दर्शन दे दो दिनानाथ, भटक रहे हो तुम किस वन,
ठंडे पानी में कांप रहा है तन...

कब आओगे रूठे हो क्या,
दर्श को नैना तरसे है,
देख को तुमको धरती अम्बर,
कलिया  मन में हांसे है,
हो अधीर सब बाट निहारे, जो ही है आओ भगवन,
ठंडे पानी में कांप रहा है तन...

आदित्यमल अब आ जाओ ना,
भेंट को तुम स्वीकार करो,
फैला अंधियारा धरती पर,
आकर तुम उजियार करो,
दे दो आशीर्वाद सभी को, जोहे हैं सब जन,
ठंडे पानी में कांप रहा है तन...

ठंडे पानी में कांप रहा है तन,
उठो उठो हे सूर्य गोसाई
अर्घ की घड़ी निकट है आई
जोहे है सब बाट तुम्हारे
तुमने कहां है देर लगाई
कष्ट के मारे मेरे प्रभुवर विचलित हो जाए ना मन
ठंडे पानी में कांप रहा है तन...




thande paani me kaanp raha hai tan,
utho utho he soory gosaaee

thande paani me kaanp raha hai tan,
utho utho he soory gosaaee
argh ki ghadi nikat hai aaee
johe hai sab baat tumhaare
tumane kahaan hai der lagaaee
kasht ke maare mere prbhuvar vichalit ho jaae na man
thande paani me kaanp raha hai tan...


koyal aai kukan laagi,
sab ne aankhen kholi hai,
jal beech khaad ho baat nihaare,
sab bhakton ki toli hai,
darshan de do dinaanaath, bhatak rahe ho tum kis van,
thande paani me kaanp raha hai tan...

kab aaoge roothe ho kya,
darsh ko naina tarase hai,
dekh ko tumako dharati ambar,
kaliya  man me haanse hai,
ho adheer sab baat nihaare, jo hi hai aao bhagavan,
thande paani me kaanp raha hai tan...

aadityamal ab a jaao na,
bhent ko tum sveekaar karo,
phaila andhiyaara dharati par,
aakar tum ujiyaar karo,
de do aasheervaad sbhi ko, johe hain sab jan,
thande paani me kaanp raha hai tan...

thande paani me kaanp raha hai tan,
utho utho he soory gosaaee
argh ki ghadi nikat hai aaee
johe hai sab baat tumhaare
tumane kahaan hai der lagaaee
kasht ke maare mere prbhuvar vichalit ho jaae na man
thande paani me kaanp raha hai tan...




A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
What Is Navdha Bhakti? And Why Is It So Important For Us?The Four Main Vaishnav Sampradayas & ISKCON15 Obstacles That Can Easily Derail Us From Our Path Of BhaktiHow To Cultivate Gratitude For God And Feel Blessed In Life?



Bhajan Lyrics View All

मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य

New Bhajan Lyrics View All

ओहदी ज़िन्दगी च कमी ना कोई रेह्न्दी,
जो नाम जपे सतगुरु दा,
धुनः: जो राम को लाये हैं...
कृपा करो हे शनि देव,
मझधार में है नैय्या,
झूला झुलत बिहारी वृंदावन में,
कैसी छाई हरियाली इन कुंज में,
दर्द किसको दिखाऊं कन्हैया,
कोई हमदर्द तुमसा नहीं है...