Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

दो नारीन के बीच गजानन एसो फस गयो रे॥

दो नारीन के बीच गजानन एसो फस गयो रे॥

माथे का टीका रिद्धि मांगे,
सिद्धि मांगे गुरु ज्ञान गजानन एसो फस गयो रे,
दो नारीन के बीच गजानन एसो फस गयो रे॥

कानों के झुमके रिद्धि मांगे,
नाक की नथिनी रिद्धि मांगे,
सिद्धि मांगे गुरु ज्ञान गजानन एसो फस गया रे,
दो नारीन के बीच गजानन एसो फस गयो रे॥

गले का हरवा रिद्धि मांगे,
सिद्धि मांगे गुरु ज्ञान गजानन ऐसो फस गयो रे,
दो नारीन के बीच गजानन एसो फस गयो रे॥

पैरों की पायल रिद्धि मांगे,
सिद्धि मांगे गुरु ज्ञान गजानन ऐसो फस गयो रे,
दो नारीन के बीच गजानन एसो फस गयो रे॥

हाथों के कंगना रिद्धि मांगे,
सिद्धि मांगे गुरु ज्ञान गजानन ऐसो फस गयो रे,
दो नारीन के बीच गजानन एसो फस गयो रे॥

अंगों का लहंगा रिद्धि मांगे,
सिद्धि मांगे गुरु ज्ञान गजानन ऐसो फस गयो रे,
दो नारीन के बीच गजानन एसो फस गयो रे॥

दो नारीन के बीच गजानन एसो फस गयो रे॥



do naareen ke beech gajaanan eso phas gayo re..

do naareen ke beech gajaanan eso phas gayo re..

maathe ka teeka riddhi maange,
siddhi maange guru gyaan gajaanan eso phas gayo re,
do naareen ke beech gajaanan eso phas gayo re..

kaanon ke jhumake riddhi maange,
naak ki nthini riddhi maange,
siddhi maange guru gyaan gajaanan eso phas gaya re,
do naareen ke beech gajaanan eso phas gayo re..

gale ka harava riddhi maange,
siddhi maange guru gyaan gajaanan aiso phas gayo re,
do naareen ke beech gajaanan eso phas gayo re..

pairon ki paayal riddhi maange,
siddhi maange guru gyaan gajaanan aiso phas gayo re,
do naareen ke beech gajaanan eso phas gayo re..

haathon ke kangana riddhi maange,
siddhi maange guru gyaan gajaanan aiso phas gayo re,
do naareen ke beech gajaanan eso phas gayo re..

angon ka lahanga riddhi maange,
siddhi maange guru gyaan gajaanan aiso phas gayo re,
do naareen ke beech gajaanan eso phas gayo re..

do naareen ke beech gajaanan eso phas gayo re..







Bhajan Lyrics View All

कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
रसिया को नार बनावो री रसिया को
रसिया को नार बनावो री रसिया को
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी

New Bhajan Lyrics View All

तूने किया ना हरि से प्यार,
सारा जीवन दीन्हा गुज़ार,
हम आये तेरे द्वार भवानी जगदम्बे,
हम आये तेरे द्वार दया कर जगदम्बे...
बहनो नाचो गाओ करवा चौथ मनाओ,
अपने पति परमेश्वर की उमर बढ़ाओ
खोलो हृदय के ताले मैया जी मेरा भाग लिख
मैया जी मेरा भाग लिख दो,
छू के मां के चरण श्याम बोले, मैया मेरी
वह तो गोपी है ब्रिज की निराली, मुझको