Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

रसिया की रसीली बन गई रे,
कान्हा की रसीली बन गई रे,

रसिया की रसीली बन गई रे,
कान्हा की रसीली बन गई रे,
मेरे मन मे बस गया श्याम मैं वृंदावन जाउंगी॥


मेरा सबकुछ लुटयो श्याम ने,
मैं तो जग मे हुई बदनाम मैं वृंदावन जाउंगी,
रसिया की रसीली बन गई रे,
मेरे मन मे बस गया श्याम मैं वृंदावन जाउंगी॥

सोऊ तो निंदियाँ आवे ना,
मैं तो तड़पुं आठो याम मैं वृंदावन जाउंगी,
रसिया की रसीली बन गई रे,
मेरे मन मे बस गया श्याम मैं वृंदावन जाउंगी॥

काले ने जादू कर दियो, कलुआ ने जादू कर दियो,
जग पागल कहे तमाम मै वृंदावन जाउंगी,
रसिया की रसीली बन गई रे,
मेरे मन मे बस गया श्याम मैं वृंदावन जाउंगी॥

रग रग मे बस गयो साँवरो,
तन मन मे बस गयो साँवरो,
अब जाऊ किसके द्वार मैं वृंदावन जाउंगी,
रसिया की रसीली बन गई रे,
मेरे मन मे बस गया श्याम मैं वृंदावन जाउंगी॥

रसिया की रसीली बन गई रे,
कान्हा की रसीली बन गई रे,
मेरे मन मे बस गया श्याम मैं वृंदावन जाउंगी॥




rasiya ki raseeli ban gi re,
kaanha ki raseeli ban gi re,

rasiya ki raseeli ban gi re,
kaanha ki raseeli ban gi re,
mere man me bas gaya shyaam mainvrindaavan jaaungi..


mera sabakuchh lutayo shyaam ne,
mainto jag me hui badanaam mainvrindaavan jaaungi,
rasiya ki raseeli ban gi re,
mere man me bas gaya shyaam mainvrindaavan jaaungi..

sooo to nindiyaan aave na,
mainto tadapun aatho yaam mainvrindaavan jaaungi,
rasiya ki raseeli ban gi re,
mere man me bas gaya shyaam mainvrindaavan jaaungi..

kaale ne jaadoo kar diyo, kalua ne jaadoo kar diyo,
jag paagal kahe tamaam mai vrindaavan jaaungi,
rasiya ki raseeli ban gi re,
mere man me bas gaya shyaam mainvrindaavan jaaungi..

rag rag me bas gayo saanvaro,
tan man me bas gayo saanvaro,
ab jaaoo kisake dvaar mainvrindaavan jaaungi,
rasiya ki raseeli ban gi re,
mere man me bas gaya shyaam mainvrindaavan jaaungi..

rasiya ki raseeli ban gi re,
kaanha ki raseeli ban gi re,
mere man me bas gaya shyaam mainvrindaavan jaaungi..








Bhajan Lyrics View All

मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
रसिया को नार बनावो री रसिया को
रसिया को नार बनावो री रसिया को
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे
Ye Saare Khel Tumhare Hai Jag
Kahta Khel Naseebo Ka
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से ,
मैया करादे मेरो ब्याह,

New Bhajan Lyrics View All

हे री मेरी मैया तेरा सजा दिया दरबार
खो गई रे बाँसुरिया हाय कान्हा परेशान
बंसी नहीं नाम की जानू ये तेरी जान रे,
तुलसा मगन हुई राम गुण गाके
राम गुण गाके, हरि के गुण गाके,
जिसपे रींझे लाडो उसे, ये ठिकाना मिलता
बरसाना मिलता है उसे बरसाना मिलता है
दारिद्र्यदहनशिवस्तोत्रं