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जबसे श्याम से मेरी मुलाकात हो गई,
तब से खुशियों की जैसे बरसात हो गई,

जबसे श्याम से मेरी मुलाकात हो गई,
तब से खुशियों की जैसे बरसात हो गई,
मिले श्याम से नैना और फिर बात हो गई,
तब से खुशियों की जैसे बरसात हो गई।

मुझको निहारा है उसने पुकारा,
किया फिर एक इशारा,
इस इशारे से बदली किस्मत सारी,
मैं तो ऐसे नैनो पे जाऊं बलिहारी,
उसी की किरपा से ये करामात हो गई,
तब से ख़ुशियों की जैसे बरसात हो गई।

और क्या बताऊँ मैं तुमको सुनाऊ,
वो लीला उस प्यारे की
केवल नैनो का उसके खेल है सारा
बहती जिससे निरंतर प्रेम की धरा
छाया श्याम की जबसे मीनू के साथ हो गई
तब से ख़ुशियों की जैसे बरसात हो गई।

जिसने भी जाना है श्याम को माना,
वही बन गया दीवाना,
खाटू नगरी से जब भी तुम जाओगे,
पाकर धीरज तुम भी फिर वहीँ आओगे,
अब दिन होली दिवाली हर रात हो गई,
तब से ख़ुशियों की जैसे बरसात हो गई।



jabase shyaam se meri mulaakaat ho gi,
tab se khushiyon ki jaise barasaat ho gi,
mile shyaam

jabase shyaam se meri mulaakaat ho gi,
tab se khushiyon ki jaise barasaat ho gi,
mile shyaam se naina aur phir baat ho gi,
tab se khushiyon ki jaise barasaat ho gi.

mujhako nihaara hai usane pukaara,
kiya phir ek ishaara,
is ishaare se badali kismat saari,
mainto aise naino pe jaaoon balihaari,
usi ki kirapa se ye karamaat ho gi,
tab se ushiyon ki jaise barasaat ho gi.

aur kya bataaoon maintumako sunaaoo,
vo leela us pyaare ki
keval naino ka usake khel hai saara
bahati jisase nirantar prem ki dhara
chhaaya shyaam ki jabase meenoo ke saath ho gi
tab se ushiyon ki jaise barasaat ho gi.

jisane bhi jaana hai shyaam ko maana,
vahi ban gaya deevaana,
khatu nagari se jab bhi tum jaaoge,
paakar dheeraj tum bhi phir vaheen aaoge,
ab din holi divaali har raat ho gi,
tab se ushiyon ki jaise barasaat ho gi.



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