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ज्वाला मैया का दरबार अकबर देखने आया...

ज्वाला मैया का दरबार अकबर देखने आया...

बिन तेल दिया ना बाती,
जहां ज्योत जले दिन दिन रात्रि,
वहाँ पे हो रही जय जयकार, अकबर देखने आया,
ज्वाला मैया का दरबार...

पानी के कुवे खुदवाए,
मंदिर में पानी भरवाए,
ज्योति पानी में लहराए, अकबर देखने आया,
ज्वाला मैया का दरबार...

लोहे के तवे मँगवाए ज्योति के ऊपर लगवाए,
ज्योति निकल गयी सरपार, अकबर देखने आया,
ज्वाला मैया का दरबार...

अकबर को हुई हैरानी मुझे माफ़ करो महारानी,
मैया हम बालक नादान, अकबर देखने आया,
ज्वाला मैया का दरबार...

सोने का छत्तर चढ़ाया मैया का मान बढ़ाया,
वहाँ पे हो रही जय जयकार, अकबर देखने आया,
ज्वाला मैया का दरबार...

ज्वाला मैया का दरबार अकबर देखने आया...



jvaala maiya ka darabaar akabar dekhane aayaa...

jvaala maiya ka darabaar akabar dekhane aayaa...

bin tel diya na baati,
jahaan jyot jale din din raatri,
vahaan pe ho rahi jay jayakaar, akabar dekhane aaya,
jvaala maiya ka darabaar...

paani ke kuve khudavaae,
mandir me paani bharavaae,
jyoti paani me laharaae, akabar dekhane aaya,
jvaala maiya ka darabaar...

lohe ke tave mangavaae jyoti ke oopar lagavaae,
jyoti nikal gayi sarapaar, akabar dekhane aaya,
jvaala maiya ka darabaar...

akabar ko hui hairaani mujhe maapah karo mahaaraani,
maiya ham baalak naadaan, akabar dekhane aaya,
jvaala maiya ka darabaar...

sone ka chhattar chadahaaya maiya ka maan badahaaya,
vahaan pe ho rahi jay jayakaar, akabar dekhane aaya,
jvaala maiya ka darabaar...

jvaala maiya ka darabaar akabar dekhane aayaa...







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