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मैने सौंपी है,
जीवन की नैया तेरे हाथ,

मैने सौंपी है,
जीवन की नैया तेरे हाथ,
लोगो से हमने सुना है,
हर दम तू ही देता है,
हारे का साथ,
मैंने सौपी है,
जीवन की नैया तेरे हाथ...


मेरे दोनों हाथ तेरे आगे,
क्या है कमी इनमे तू बतला दे,
क्या वो लकीर नहीं है,
क्या वो तकदीर नहीं है,
या हो नाराज़,
मैंने सौपी है,
जीवन की नैया तेरे हाथ...

इन हाथों को तेरी है दरकार,
मेरे पीछे है पूरा परिवार,
नैया मझधार फसी है,
तेरे होठो पे हँसी है,
क्यों दीनानाथ,
मैंने सौपी है,
जीवन की नैया तेरे हाथ...

जिसे दिया उसे खूब दिया है श्याम,
मुझसे क्या इन्साफ किया है श्याम,
क्या उनके हाथ है ज्यादा,
या फिर औकात है ज्यादा,
बतला दो बात,
मैंने सौपी है,
जीवन की नैया तेरे हाथ...

भक्तो से है क्यों मुख मोड़ लिया,
या तकदीर बदलना छोड़ दिया,
कहता ‘पवन’ ना छूटे,
ये भरोसा ना टूटे,
रख लेना बात,
मैंने सौपी है,
जीवन की नैया तेरे हाथ...

मैने सौंपी है,
जीवन की नैया तेरे हाथ,
लोगो से हमने सुना है,
हर दम तू ही देता है,
हारे का साथ,
मैंने सौपी है,
जीवन की नैया तेरे हाथ...




maine saunpi hai,
jeevan ki naiya tere haath,

maine saunpi hai,
jeevan ki naiya tere haath,
logo se hamane suna hai,
har dam too hi deta hai,
haare ka saath,
mainne saupi hai,
jeevan ki naiya tere haath...


mere donon haath tere aage,
kya hai kami iname too batala de,
kya vo lakeer nahi hai,
kya vo takadeer nahi hai,
ya ho naaraaz,
mainne saupi hai,
jeevan ki naiya tere haath...

in haathon ko teri hai darakaar,
mere peechhe hai poora parivaar,
naiya mjhdhaar phasi hai,
tere hotho pe hansi hai,
kyon deenaanaath,
mainne saupi hai,
jeevan ki naiya tere haath...

jise diya use khoob diya hai shyaam,
mujhase kya insaaph kiya hai shyaam,
kya unake haath hai jyaada,
ya phir aukaat hai jyaada,
batala do baat,
mainne saupi hai,
jeevan ki naiya tere haath...

bhakto se hai kyon mukh mod liya,
ya takadeer badalana chhod diya,
kahata pavan na chhoote,
ye bharosa na toote,
rkh lena baat,
mainne saupi hai,
jeevan ki naiya tere haath...

maine saunpi hai,
jeevan ki naiya tere haath,
logo se hamane suna hai,
har dam too hi deta hai,
haare ka saath,
mainne saupi hai,
jeevan ki naiya tere haath...








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