वे मैं सदके ललारीया जावा, चुनी नु रंग देन वालिया,
जींद तेरे चरना विच लावा, चुनी नु रंग देन वालिया...
जिन्हा राहा मेरा आया ललारी,
उन्हा राहा तो मैं सदके वारी,
वे मैं रस्ते च पलका बिछावा, चुनी नु रंग देन वालिया,
वे मैं सदके ललारीया जावा...
एह ललारी मेरा सब तो निराला,
ज्ञान दा रंग चढ़ावन वाला,
वे मैं तन मन अपना रंगावा, चुनी नु रंग देन वालिया,
वे मैं सदके ललारीया जावा...
ऐसी चुनी मेरे हरि ने रंगाई,
तार तार विच होयी रोशनाई,
वे मैं रिझा दे नाल हटावा, चुनी नु रंग देन वालिया,
वे मैं सदके ललारीया जावा...
वे मैं सदके ललारीया जावा, चुनी नु रंग देन वालिया,
जींद तेरे चरना विच लावा, चुनी नु रंग देन वालिया...
ve mainsadake lalaareeya jaava, chuni nu rang den vaaliya,
jeend tere charana vich laava, chuni nu rang den vaaliyaa...
jinha raaha mera aaya lalaari,
unha raaha to mainsadake vaari,
ve mainraste ch palaka bichhaava, chuni nu rang den vaaliya,
ve mainsadake lalaareeya jaavaa...
eh lalaari mera sab to niraala,
gyaan da rang chadahaavan vaala,
ve maintan man apana rangaava, chuni nu rang den vaaliya,
ve mainsadake lalaareeya jaavaa...
aisi chuni mere hari ne rangaai,
taar taar vich hoyi roshanaai,
ve mainrijha de naal hataava, chuni nu rang den vaaliya,
ve mainsadake lalaareeya jaavaa...
ve mainsadake lalaareeya jaava, chuni nu rang den vaaliya,
jeend tere charana vich laava, chuni nu rang den vaaliyaa...