Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

हार के जब गया श्याम के द्वार पे,
हर ख़ुशी मिल गई है मुझे

हार के जब गया श्याम के द्वार पे,
हर ख़ुशी मिल गई है मुझे
जिंदगी मिल गई है मुझे मेरे श्याम,
ज़िन्दगी मिल गई है मुझे।

लड़खड़ाते कदम अब सँभालने लगे
तेरी राहों पे जब श्याम चलने लगे
अब अन्डेरो का डर ना सताए मुझे
रौशनी मिल गई है मुझे
जिंदगी मिल गई है मुझे मेरे श्याम,
ज़िन्दगी मिल गई है मुझे।

मेरे विश्वास को टूटने ना दिया
तुमने गैरों के आगे ना झुकने दिया
तेरी चौखट पे जब मेरे आंसू गिरे
ताज़गी मिल गई है मुझे
जिंदगी मिल गई है मुझे मेरे श्याम,
ज़िन्दगी मिल गई है मुझे।

मेरी हर सांस पर नाम तेरा रहे
तुमसे साहिल प्रभु बस इतना कहे
न वो चरणों से दूर बाबा तेरा मयूर
बंदगी मिल गई है मुझे
जिंदगी मिल गई है मुझे मेरे श्याम,
ज़िन्दगी मिल गई है मुझे।

हार के जब गया श्याम के द्वार पे,
हर ख़ुशी मिल गई है मुझे
जिंदगी मिल गई है मुझे मेरे श्याम,
ज़िन्दगी मिल गई है मुझे।



haar ke jab gaya shyaam ke dvaar pe,
har kahushi mil gi hai mujhe
jindagi mil gi hai mujhe

haar ke jab gaya shyaam ke dvaar pe,
har kahushi mil gi hai mujhe
jindagi mil gi hai mujhe mere shyaam,
zindagi mil gi hai mujhe.

ladkhadaate kadam ab sanbhaalane lage
teri raahon pe jab shyaam chalane lage
ab andero ka dar na sataae mujhe
raushani mil gi hai mujhe
jindagi mil gi hai mujhe mere shyaam,
zindagi mil gi hai mujhe.

mere vishvaas ko tootane na diyaa
tumane gairon ke aage na jhukane diya
teri chaukhat pe jab mere aansoo gire
taazagi mil gi hai mujhe
jindagi mil gi hai mujhe mere shyaam,
zindagi mil gi hai mujhe.

meri har saans par naam tera rahe
tumase saahil prbhu bas itana kahe
n vo charanon se door baaba tera mayoor
bandagi mil gi hai mujhe
jindagi mil gi hai mujhe mere shyaam,
zindagi mil gi hai mujhe.

haar ke jab gaya shyaam ke dvaar pe,
har kahushi mil gi hai mujhe
jindagi mil gi hai mujhe mere shyaam,
zindagi mil gi hai mujhe.



A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
Key Importance Of Bhav And Ras In Krishna BhaktiWhy Should One Do Bhakti? 80 Facts About Bhakti [Must Read]14 Tips To Overcome Tough Times Through Devotional Love For God8 Yardsticks To Evaluate If My Bhakti Is Increasing?



Bhajan Lyrics View All

सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।

New Bhajan Lyrics View All

भर लाई गगरिया राम रस की,
राम रस की रे हरि के रस की,
सजा दो घर को गुलशन सा,
मेरे सरकार आए है,
मेरा पिहारियो खाटू में,
मेरे बाप की है सरकार,
तेरे लाडले का लाड तू लड़ा दे ओ मेरे
कुछ प्यार तो तू मुझ पर भी लुटा दे ओ मेरे
शब्द की चोट लगी मेरे मन को,
भेद गया ये तन सारा हो मोह्पे साईं रंग